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क्या है S-500? जानिए कैसे ये नए डिफेंस सिस्टम से बदल सकती है युद्ध की तस्वीर

इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है। इस बीच, भारत का नया S-500 डिफेंस सिस्टम 5वीं पीढ़ी के जेट्स को नष्ट करने की क्षमता रखता है। जानें इस अत्याधुनिक तकनीक के बारे में और कैसे यह युद्ध की तस्वीर को बदल सकता है।
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क्या है S-500? जानिए कैसे ये नए डिफेंस सिस्टम से बदल सकती है युद्ध की तस्वीर

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव

हाल के दिनों में इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। इस स्थिति ने ऐसा आभास कराया कि तीसरे विश्व युद्ध की संभावना बढ़ रही है। जब युद्ध की बात होती है, तो सबसे पहले 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स का नाम सामने आता है, जैसे कि F-35, जो अपनी गति और घातकता के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन अब एक नया हथियार आ रहा है, जो इन अत्याधुनिक जेट्स को आसमान में ही नष्ट कर सकता है।


5वीं पीढ़ी के जेट्स का वर्चस्व

आज के समय में किसी देश की शक्ति उसके पास मौजूद अत्याधुनिक हथियारों से मापी जाती है। अमेरिका और चीन जैसे देश इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, क्योंकि उनके पास 5वीं पीढ़ी के जेट्स हैं, जो अपनी अद्वितीय ताकत और सटीकता के लिए जाने जाते हैं।


रडार से बचने की क्षमता

5वीं पीढ़ी के जेट्स की एक प्रमुख विशेषता यह है कि ये स्टील्थ तकनीक से लैस होते हैं, जिससे ये रडार की पकड़ से बच जाते हैं। इस कारण ये जेट्स दुश्मन के क्षेत्र में आसानी से घुसपैठ कर अपने मिशन को सफलतापूर्वक पूरा कर सकते हैं।


S-400 की शक्ति

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारत के शक्तिशाली डिफेंस सिस्टम ने न केवल दुश्मन देशों को बल्कि पूरी दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराया। पाकिस्तान ने कई बार प्रयास किए, लेकिन भारत का S-400 और स्वदेशी आकाश सरफेयर-एयर मिसाइल सिस्टम ने उनकी सभी कोशिशों को विफल कर दिया। इसके बाद से यह माना जा रहा है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी चीन से 5वीं पीढ़ी के जेट्स हासिल करने की कोशिश कर रहा है।


S-400 की सीमाएं

हालांकि, भारत के पास मौजूद S-400 5वीं पीढ़ी के जेट्स का सामना करने में सक्षम नहीं है। इसलिए, यह आवश्यक है कि भारत अपने डिफेंस सिस्टम को और मजबूत करे ताकि पाकिस्तान के सभी नापाक इरादे नाकाम हो सकें।


S-500 डिफेंस सिस्टम की विशेषताएं

S-500 सिस्टम में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जो न केवल हाइपरसोनिक मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है, बल्कि इसका रडार सिस्टम स्टील्थ फाइटर जेट्स को ट्रैक कर उन पर हमला करने की क्षमता भी रखता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिस्टम 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ जेट्स को आसमान में ही नष्ट कर सकता है।


S-400 बनाम S-500

S-400 और S-500 में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। S-500 प्रोमेथियस में कई प्रकार के अत्याधुनिक 91N6A(M) रडार लगाए गए हैं। इसके साथ ही, यह एडवांस्ड 77N6-N/N1 मिसाइलों से भी लैस है, जिससे इसकी एंटी एयरक्राफ्ट तकनीक और भी प्रभावी हो जाती है।


एक साथ कई मिसाइलों को रोकने की क्षमता

रिपोर्टों के अनुसार, S-500 प्रोमेथियस एक साथ 10 हाइपरसोनिक मिसाइलों को ट्रैक कर उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखता है। इंडिया डिफेंस रिसर्च विंग की रिपोर्ट के अनुसार, S-500 मैक-19 की गति यानी 23461.2 किमी/घंटा से आने वाली मिसाइलों को ट्रैक कर सकता है।