क्यूं कुबेरेश्वर धाम में फिर मची भगदड़? जानें हादसे की पूरी कहानी

कुबेरश्वर धाम में फिर से भगदड़ का मामला
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम में एक बार फिर भगदड़ की घटना हुई है। बुधवार को कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ में अचानक अफरा-तफरी मच गई, जिसके परिणामस्वरूप दो महिलाओं की जान चली गई और 10 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो की स्थिति गंभीर बताई जा रही है.
प्रशासन की विफलता पर उठे सवाल
इस बार भी आयोजक और स्थानीय प्रशासन भीड़ प्रबंधन में पूरी तरह असफल नजर आए। धार्मिक आयोजनों में भीड़ का बेकाबू होना कोई नई बात नहीं है, लेकिन कुबेरेश्वर धाम में यह दूसरी बार हुआ है जब जानलेवा भगदड़ हुई है, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं.
भीड़ के नियंत्रण में प्रशासन की कमी
जानकारी के अनुसार, पंडित प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में आयोजित कांवड़ यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए। जैसे-जैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी, प्रशासन का नियंत्रण कमजोर होता गया और अचानक भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धक्का-मुक्की इतनी तेज थी कि कई लोग गिर पड़े और कुछ महिलाओं पर भीड़ चढ़ गई.
फरवरी 2023 में भी हुई थी ऐसी घटना
यह पहली बार नहीं है जब कुबेरेश्वर धाम में ऐसी स्थिति बनी हो। 16 फरवरी 2023 को शिव महापुराण कथा और रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान भी यही हालात देखने को मिले थे। उस समय नासिक के मालेगांव की 50 वर्षीय महिला की भगदड़ में मौत हो गई थी। उस हादसे में सैकड़ों लोग घायल हुए थे और तीन महिलाएं लापता भी हो गई थीं. इसके बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस सबक नहीं लिया.
भीड़ प्रबंधन पर गंभीर सवाल
लगातार हो रही ऐसी घटनाओं के बाद यह सवाल उठता है कि क्या प्रशासन बड़े धार्मिक आयोजनों के लिए पूरी तरह तैयार है? लाखों की भीड़ को संभालना किसी भी सिस्टम के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन बार-बार एक ही स्थान पर ऐसी घटनाएं होना दर्शाता है कि या तो सुरक्षा योजनाएं अधूरी हैं या उन्हें सही तरीके से लागू नहीं किया गया. अब उम्मीद की जा रही है कि इस बार सरकारी जांच के जरिए जिम्मेदार लोगों की पहचान की जाएगी और भविष्य के आयोजनों के लिए सख्त रणनीति बनाई जाएगी.
घायलों की स्थिति और प्रशासन की प्रतिक्रिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त बल की व्यवस्था की जा रही है.