क्रिकेट छोड़कर वकील बनने का साहसिक निर्णय, युवा क्रिकेटर ने लिया संन्यास

फ्राया डेविस का क्रिकेट करियर और संन्यास

एशिया कप के दौरान, इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज फ्राया डेविस ने क्रिकेट को अलविदा कहकर सभी को चौंका दिया है।
फ्राया ने केवल 29 वर्ष की आयु में पेशेवर क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। यह निर्णय किसी चोट या चयन विवाद के कारण नहीं, बल्कि वकालत की नई पारी के लिए है। आइए इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
फ्राया डेविस का शानदार क्रिकेट करियर
फ्राया ने 14 साल की उम्र में ससेक्स से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई और इंग्लैंड की टीम में जगह बनाई।
2013 में, उन्होंने ससेक्स को काउंटी चैंपियनशिप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, उन्होंने कई टीमों के लिए खेला और 2019 में महिला क्रिकेट सुपर लीग में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज बनीं।
इंग्लैंड के लिए यादगार सफर
फ्राया ने 2019 में श्रीलंका के खिलाफ T20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया और 2023 तक 35 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 33 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन चार विकेट लेना रहा।
आखिरी मैच और घरेलू प्रदर्शन
फ्राया का अंतिम पेशेवर मैच हाल ही में हैम्पशायर के लिए एकदिवसीय कप फाइनल में लंकाशायर के खिलाफ था। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 14 मैचों में 19 विकेट चटकाए।
क्रिकेट छोड़कर कानून की दुनिया में कदम
फ्राया ने लीगल प्रैक्टिस कोर्स और एलएलएम पूरा किया है और अब वह एक वकील के रूप में करियर बनाने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह हमेशा पढ़ाई और क्रिकेट के बीच संतुलन बनाना चाहती थीं।
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