खडूर साहिब में नशे की ओवरडोज से युवक की मौत, परिवार ने पुलिस पर लगाए आरोप
परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए
Punjab Crime News: चंडीगढ़ - पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ एक मार्च से एक व्यापक अभियान शुरू किया है, जिसे 'युद्ध नशे विरुद्ध' का नाम दिया गया है। हालांकि, इस अभियान के बावजूद, नशे के कारण युवाओं की मौतों का सिलसिला जारी है, जिससे सरकार के प्रयासों पर सवाल उठ रहे हैं।
हाल ही में खडूर साहिब में एक युवक की नशे की ओवरडोज से मौत हो गई। यह घटना इस परिवार के लिए और भी दुखद है, क्योंकि उन्होंने पिछले चार महीनों में अपने दोनों बेटों को खो दिया है। परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि क्षेत्र में नशा खुलेआम बिक रहा है और पुलिस कार्रवाई करने में असफल है।
तीन साल से नशे की चपेट में था युवक
इस परिवार के लिए यह एक और दुखद घटना है, क्योंकि उनके दो बेटे नशे के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है। फतेहबाद के निवासी तिलक राज ने बताया कि उनका 25 वर्षीय बेटा संजू लगभग तीन साल पहले गलत संगत में पड़कर नशे का आदी हो गया। इसके बाद, उनके बड़े बेटे सरवन सिंह ने भी नशा करना शुरू कर दिया। सरवन की मार्च में नशे के कारण मौत हो गई थी। संजू ने नशे से छुटकारा पाने की कोशिश की, लेकिन नशा बेचने वाले उसे लगातार चिट्टे की डोज देते रहे।
पुलिस ने एक दिन में 132 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर नशों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत, पंजाब पुलिस ने एक ही दिन में 132 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 1.08 किलो हेरोइन और 87,540 रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई। इस अभियान के तहत पिछले 110 दिनों में कुल 18,236 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। यह ऑपरेशन राज्य के सभी 28 जिलों में एक साथ चलाया गया।