गर्मी से राहत: ट्रैफिक पुलिस के लिए AC हेलमेट का उपयोग

AC हेलमेट ट्रैफिक पुलिस के लिए
जून के महीने में देशभर में गर्मी ने लोगों के लिए जीना कठिन बना दिया है। कई शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है, जिससे आम नागरिकों को भी दोपहर में बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। तेज धूप आंखों को जलाती है और सिर में चक्कर लाने लगते हैं, जिससे शरीर पसीने से तरबतर हो जाता है।
अब सोचिए उन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के बारे में, जो रोजाना घंटों तक सड़कों पर खड़े रहकर यातायात को नियंत्रित करते हैं। उनकी ड्यूटी गर्मी में भी जारी रहती है। ऐसे में उन्हें राहत देने के लिए कई राज्यों ने तकनीकी उपायों पर ध्यान दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
योगी सरकार की पहल: ट्रैफिक पुलिस के लिए AC हेलमेट
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सैकड़ों एक्टिव कूलिंग हेलमेट वितरित किए हैं। ये हेलमेट गर्मी के मौसम में ट्रैफिक पुलिस के लिए एक वरदान साबित हो रहे हैं।
इन हेलमेट्स का निर्माण हैदराबाद की कंपनी Jarsh Safety ने किया है। कंपनी ने पिछले साल एक विशेष हेलमेट लॉन्च किया था, जिसमें एयर कंडीशनिंग सिस्टम शामिल है। यह हेलमेट विशेष रूप से ट्रैफिक पुलिस और निर्माण स्थलों पर काम करने वाले लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
AC हेलमेट कैसे काम करता है?
इस हेलमेट का नाम Active Cooling Helmet है, जिसमें केवल 200 ग्राम वज़न का एक छोटा AC सिस्टम होता है। यह हेलमेट वातावरण के तापमान को 10-15 डिग्री सेल्सियस तक कम कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि बाहर का तापमान 45 डिग्री है, तो हेलमेट पहनने वाले को सिर पर केवल 30 से 35 डिग्री का अनुभव होगा।
इसमें एक बैटरी-संचालित पंखा और कूलिंग सिस्टम होता है, जो लगातार 10 घंटे तक ठंडी हवा प्रदान करता है। कुछ हेलमेट्स में इवेपोरेटिव कूलिंग या जेल पैक का भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, कुछ वर्जन में सोलर पैनल भी होते हैं, जिससे बैटरी अपने आप चार्ज होती रहती है।
कीमत और उपयोगिता
AC हेलमेट की कीमत ₹13,000 से ₹17,000 के बीच है। भले ही ये महंगे लगें, लेकिन ये उन पुलिसकर्मियों के लिए अमूल्य हैं, जो दिनभर धूप में ड्यूटी करते हैं। तकनीक का यह उपयोग मानवता की संवेदनशीलता और स्मार्ट समाधान का एक बेहतरीन उदाहरण है।