गाजा पर इजराइल के हमले: 38 लोगों की मौत, नेतन्याहू का विवादास्पद बयान

गाजा में इजराइल के हवाई हमले जारी
Israel Gaza Conflict News : गाजा पर इजराइल के हवाई हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार को हुए हमलों में कम से कम 38 लोगों की जान चली गई, जिनमें एक ही परिवार के नौ सदस्य भी शामिल हैं। यह हमले इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के संयुक्त राष्ट्र में दिए गए विवादास्पद बयान के अगले दिन हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'हमें हमास के खिलाफ कार्रवाई को पूरा करना होगा।'
घरों में सोते लोगों पर हवाई हमले
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, शनिवार की सुबह हुए ताजा हवाई हमले गाजा के मध्य और उत्तरी क्षेत्रों को निशाना बनाते हैं। इन हमलों में नुसैरात शरणार्थी शिविर, शाती कैंप और तुहफाह मोहल्ले में कई मकानों पर बमबारी की गई। अल-अहली अस्पताल के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इन क्षेत्रों से लाए गए शवों में कई बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हमले अचानक हुए और लोगों को बचने का कोई मौका नहीं मिला।
नेतन्याहू का आक्रामक भाषण
एक दिन पहले, न्यूयॉर्क में UN महासभा में नेतन्याहू ने एक आक्रामक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस और ब्रिटेन पर भी निशाना साधा, जो फिलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। नेतन्याहू ने कहा, 'फिलिस्तीन को मान्यता देना ठीक वैसा ही है, जैसे अल-कायदा को न्यूयॉर्क के पास एक देश देना।' उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम न केवल यहूदियों, बल्कि निर्दोष लोगों के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देगा। उन्होंने जोर देकर कहा, 'एंटीसेमिटिज्म (यहूदी विरोध) कभी मरता नहीं, बल्कि समय के साथ बदलता है।'
यूरोपीय संघ और ICC का बढ़ता दबाव
गाजा में इजराइल की सैन्य कार्रवाई पर वैश्विक स्तर पर आलोचना और दबाव बढ़ता जा रहा है। यूरोपीय संघ (EU) अब इजराइल पर आर्थिक प्रतिबंध और टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा है। इस महीने की शुरुआत में, EU ने एक गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव पारित किया, जिसमें इजराइल से स्वतंत्र फिलिस्तीनी राष्ट्र को मान्यता देने का आग्रह किया गया।
ICC ने नेतन्याहू के खिलाफ वारंट जारी किया
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने पिछले साल नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसमें उन पर मानवता के खिलाफ अपराध और युद्ध अपराध, जैसे कि भूख को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने, हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों का आरोप लगाया गया था।
ICC के आदेश में नेतन्याहू का नाम
ICC के प्री-ट्रायल चैंबर-I ने यह मानने के लिए उचित आधार पाए हैं कि नेतन्याहू और उनके सहयोगी गैलंट इन अपराधों के सह-आरोपी हैं। हालांकि, नेतन्याहू ने इन सभी आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है।