गाजा में इजरायली हमलों से 20,000 फिलिस्तीनियों का पलायन, 28 की मौत

गाजा में हालात बिगड़ते जा रहे हैं
दोहा: कतर की राजधानी में 50 मुस्लिम देशों के नेता इजरायल के खिलाफ एकजुट होकर रणनीति बना रहे हैं, जबकि गाजा पट्टी में इजरायली हमलों से स्थिति गंभीर हो गई है। हालात इतने भयावह हो गए हैं कि बीती रात लगभग 20,000 फिलिस्तीनियों ने अपने बिस्तर और आवश्यक सामान लेकर गाजा से भागने का निर्णय लिया। आज सुबह से जारी हमलों में अब तक 28 लोगों की मौत की सूचना है।
इजरायल ने गाजा सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है और किसी भी समय जमीनी हमले की संभावना जताई है। हमलों के डर से लोग पैदल, गाड़ियों और अन्य साधनों से सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं। संकट की स्थिति और भी गंभीर हो गई है क्योंकि हमास और इजरायल के बीच संघर्ष विराम की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।
दोहा में हो रही बैठक में मुस्लिम देश इजरायल के खिलाफ एक प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहे हैं और एकता का संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, इसका इजरायल पर कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि वह गाजा में सक्रिय सभी आतंकवादियों को समाप्त कर देंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो की इजरायल में मौजूदगी और नेतन्याहू के साथ उनकी लंबी बैठक ने मुस्लिम देशों की चिंताओं को और बढ़ा दिया है।
इजरायल ने हाल ही में उत्तरी गाजा में रहने वाले 10 लाख से अधिक फिलिस्तीनियों को दक्षिण की ओर जाने की चेतावनी दी थी। लाखों लोग पहले ही पलायन कर चुके हैं, लेकिन लोगों में इतना डर है कि वे किसी भी क्षेत्र को सुरक्षित नहीं मान रहे हैं। इस बीच, इजरायल ने अपेक्षाकृत शांत माने जाने वाले वेस्ट बैंक के तुबास और नाबलुस जैसे क्षेत्रों में भी हमले तेज कर दिए हैं, जिससे तनाव और बढ़ गया है।