गाजा में इजरायली हमलों से 35 फिलिस्तीनी मरे, युद्धविराम की उम्मीदें बनीं

गाजा पट्टी में इजरायल के हमले
शनिवार की सुबह गाजा पट्टी में इजरायल द्वारा किए गए घातक हमलों में कम से कम 35 फिलिस्तीनी नागरिकों की जान चली गई। एक प्रमुख समाचार चैनल ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। ये हमले उस समय हुए हैं जब क्षेत्र में युद्धविराम की बातचीत चल रही थी, जिससे शांति की संभावनाएं और भी जटिल हो गई हैं.
सहायता का इंतजार कर रहे नागरिक
मृतकों में दो ऐसे नागरिक भी शामिल हैं जो सहायता वितरण का इंतजार कर रहे थे। इजरायली सेना ने गाजा के मघाजी शरणार्थी शिविर समेत कई स्थानों पर हमले किए। एक हमले में एक परिवार के घर को निशाना बनाया गया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। अज-जरका क्षेत्र में एक और हमले में एक व्यक्ति की जान गई और कई लोग घायल हुए.
स्कूल पर हमला
एक स्कूल पर भी हमला किया गया, जहां विस्थापित लोग रह रहे थे। इस हमले में पांच लोगों की जान गई। सबसे गंभीर हमला अल-मवासी के एक अस्थायी तंबू शिविर पर हुआ, जहां एक ही परिवार के सात सदस्य मारे गए.
युद्धविराम की संभावनाएं
इस बीच, युद्धविराम की संभावनाएं भी बनी हुई हैं। हमास ने 60 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जिसमें अमेरिका की ओर से गारंटी शामिल है। प्रस्ताव के अनुसार, पहले दिन हमास 10 इजरायली बंधकों की रिहाई और 18 अन्य के शव सौंपने पर सहमत है। इस दौरान इजरायल सभी सैन्य कार्रवाई रोक देगा और प्रतिदिन 10 घंटे निगरानी उड़ानों पर रोक लगाई जाएगी, साथ ही गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी.
यमन में प्रदर्शन
गाजा संघर्ष के समर्थन में, 4 जुलाई 2025 को यमन की राजधानी सना में हूती समर्थकों ने फिलिस्तीनियों के समर्थन में प्रदर्शन किया। अक्टूबर 2023 से गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से हूतियों ने कई बार इजरायल पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं.
संघर्ष के आंकड़े
अब तक इस संघर्ष में 57,012 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें 13,000 से अधिक बच्चे शामिल हैं। लगभग 1.11 लाख लोग घायल हुए हैं और 14,000 से अधिक लापता हैं। हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के खिलाफ युद्ध अपराधों के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं.