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गाजा में भूख से मासूम की मौत: संकट गहरा, राहत की गुहार

गाजा सिटी में एक छह सप्ताह का बच्चा भूख के कारण अपनी जान गंवा बैठा, जिससे स्थिति की गंभीरता और बढ़ गई है। पिछले दो महीनों में भूख और कुपोषण के कारण कई बच्चों और बुजुर्गों की मौत हो चुकी है। राहत संगठनों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में हजारों लोगों की जान जा सकती है। संयुक्त राष्ट्र ने इजरायली हमलों की निंदा की है, जबकि इजरायल ने इन हालात के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है। जानें इस संकट के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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गाजा में भूख से मासूम की मौत: संकट गहरा, राहत की गुहार

गाजा सिटी में मासूम की भूख से मौत

गाजा सिटी के एक अस्पताल में बुधवार को छह सप्ताह का एक बच्चा, यूसेफ, भूख के कारण अपनी जान गंवा बैठा। चिकित्सकों ने उसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन केवल थोड़ी मात्रा में तरल पदार्थ ही उपलब्ध करा सके। दुर्भाग्यवश, यह प्रयास असफल रहा। यूसेफ उन 15 व्यक्तियों में से एक था, जिन्होंने पिछले 24 घंटों में गाजा में भूख के चलते अपनी जान खोई।


भुखमरी और कुपोषण का संकट

दो महीनों में कई मौतें


गाजा में पिछले दो महीनों में भूख और कुपोषण के कारण बड़ी संख्या में बच्चों और बुजुर्गों की जानें जा चुकी हैं। दवाओं की कमी और चिकित्सा सुविधाओं की अनुपलब्धता के कारण मरने वालों की संख्या और भी बढ़ गई है। स्थिति इतनी गंभीर है कि जब लोग राहत केंद्रों की ओर भोजन या पानी के लिए जाते हैं, तो उन पर गोलियां चलाई जाती हैं। इजरायली सैनिकों की कार्रवाई में पिछले सात हफ्तों में एक हजार से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है।


यूसेफ के चाचा के अनुसार, गाजा में दूध प्राप्त करना अत्यंत कठिन हो गया है। जहां कहीं यह उपलब्ध है, उसकी कीमत 100 डॉलर प्रति लीटर तक पहुंच गई है। इस भयानक स्थिति को लेकर 111 अंतरराष्ट्रीय राहत और मानवाधिकार संगठनों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में गाजा में हजारों लोगों की भुखमरी से मौत हो सकती है।


इन संगठनों ने गाजा की स्थिति को 'नरक जैसे हालात' बताते हुए खाद्य सामग्री, पेयजल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पर लगी रोक को तुरंत हटाने की मांग की है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि इजरायल पर दबाव डालकर मानवीय सहायता को गाजा तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।


संयुक्त राष्ट्र की चिंता

संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा


संयुक्त राष्ट्र पहले ही गाजा की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त कर चुका है। उसने इजरायली सेना द्वारा राहत केंद्रों पर किए गए हमलों की निंदा की है, जिससे लोगों की जीने की अंतिम उम्मीद भी टूट रही है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत डैनी डैनन ने इन हालात के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि इजरायल को जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है।


हालिया इजरायली हमलों में 21 लोगों की जान गई है, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में मारे गए लोगों की संख्या 59,000 से अधिक हो चुकी है। इस बीच, युद्धविराम को लेकर वार्ताएं चल रही हैं, लेकिन इजरायल ने स्पष्ट किया है कि स्थायी शांति तभी संभव है जब सेना को पूरी विजय प्राप्त हो।