गाजियाबाद में ग्रेटर गाजियाबाद के गठन की तैयारी, सर्वेक्षण अगले महीने से शुरू

गाजियाबाद नगर निगम का नया प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश समाचार: गाजियाबाद नगर निगम और जिला प्रशासन मिलकर "ग्रेटर गाजियाबाद" के गठन के लिए एक प्रस्ताव तैयार करने जा रहे हैं। इस प्रक्रिया के तहत अगले महीने से इन क्षेत्रों में सर्वेक्षण शुरू किया जाएगा। इस सर्वेक्षण के परिणामों के आधार पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे शासन को भेजा जाएगा, जहां से अंतिम स्वीकृति प्राप्त की जाएगी। लोनी, खोड़ा और मुरादनगर नगर पालिकाओं में सर्वेक्षण अगले महीने से शुरू होने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में इन नगरों को नगर निगम में मिलाकर ग्रेटर गाजियाबाद बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद अधिकारी इस दिशा में कार्य कर रहे हैं और तीनों नगर पालिकाओं के नक्शों का अध्ययन किया जा रहा है।
सर्वेक्षण की प्रक्रिया
गाजियाबाद नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि प्रशासनिक और निगम अधिकारी पहले प्रस्ताव तैयार करेंगे। इसमें यह उल्लेख किया जाएगा कि निगम सीमा में लोनी, खोड़ा या मुरादनगर नगर पालिका के कौन से गांव शामिल होंगे। इसके लिए एक संयुक्त सर्वेक्षण किया जाएगा।
योजनाओं का कार्यान्वयन
योजनाओं का कार्यान्वयन
शुक्रवार को जीडीए उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए निर्देशों पर चर्चा की। जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि भूमाफिया के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर कमजोर आय वर्ग के लोगों के लिए भवन और उत्सव भवन बनाने के लिए जमीन को चिह्नित कर सूची बनाई जाए। गुरुवार को प्रधानमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गाजियाबाद अब सुव्यवस्था, विकास और स्वच्छता का मॉडल बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद विश्व की 50वीं और देश की पहली स्वच्छ सिटी बन रही है। दस साल पहले, किसी ने नहीं सोचा था कि गाजियाबाद देश की पहली रैपिड रेल का घर होगा और जिला 12 लेन के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। आज गाजियाबाद में रैपिड रेल, बारह लेन हाईवे, मेट्रो और एयरपोर्ट हैं।
मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री ने कहा कि गाजियाबाद को अब ग्रेटर गाजियाबाद के नाम से जाना जाएगा। यहां सभी संस्थाओं ने उत्कृष्ट कार्य किया है। ग्रेटर गाजियाबाद नगर निगम को खोड़ा, लोनी और मुरादनगर को शामिल करने के साथ ही कुछ नए पहलों को विकसित करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा, एक व्यापक विकास कार्यक्रम भी तैयार किया जाना चाहिए।