Newzfatafatlogo

गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का भंडाफोड़: 'लंदोनिया' के राजदूत की गिरफ्तारी

गाजियाबाद में एक व्यक्ति ने खुद को 'लंदोनिया' नामक काल्पनिक देश का राजदूत बताकर एक फर्जी दूतावास चलाया। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया। छापेमारी में कई नकली दस्तावेज, फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट और बड़ी मात्रा में नकद बरामद हुए। पुलिस ने आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश कर रही है।
 | 
गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का भंडाफोड़: 'लंदोनिया' के राजदूत की गिरफ्तारी

गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का मामला

गाजियाबाद से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को 'लंदोनिया' नामक एक काल्पनिक देश का राजदूत बताकर एक नकली दूतावास का संचालन किया। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने इस बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए आरोपी हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है.


फर्जी दूतावास का संचालन

STF की छापेमारी में पता चला कि जैन ने गाजियाबाद के कवि नगर में एक किराए के बंगले को 'लंदोनिया', 'वेस्ट आर्कटिका', 'सबोर्गा' और 'पॉल्विया' जैसे काल्पनिक देशों के दूतावास के रूप में स्थापित किया था। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ फर्जी तस्वीरें बनवाकर लोगों को धोखा देने की कोशिश की.


फर्जी राजदूत की पहचान

STF के अधिकारियों के अनुसार, हर्षवर्धन जैन ने खुद को 'माइक्रोनेशन' का राजदूत बताकर देश-विदेश में एक प्रभावशाली नेटवर्क बनाने का दावा किया। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ मॉर्फ की गई तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिससे लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश की.


फर्जी डिप्लोमैटिक प्लेट्स और लग्जरी गाड़ियां

जांच में यह भी सामने आया कि जैन ने अपनी लग्जरी गाड़ियों पर फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगाई हुई थीं, ताकि वह खुद को वैध राजनयिक साबित कर सके। STF ने चार लग्जरी वाहनों को जब्त किया है, जिन पर 'राजनयिक' नंबर प्लेट लगी थीं.


जाली दस्तावेज और नकदी की बरामदगी

छापेमारी के दौरान STF ने जैन के ठिकाने से कई नकली राजनयिक सामान बरामद किए, जिनमें शामिल हैं: 12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मुहर लगे जाली दस्तावेज, 2 फर्जी पैन कार्ड, 34 जाली सीलें, 2 फर्जी प्रेस कार्ड, ₹44.7 लाख नकद, कई देशों की विदेशी मुद्रा, और 18 अतिरिक्त नकली डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट्स.


धोखाधड़ी और हवाला नेटवर्क की आशंका

STF की जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी हर्षवर्धन जैन कंपनियों और व्यक्तियों को विदेशों में व्यापार और नौकरी के नाम पर ठगता था। इसके अलावा, उसके हवाला नेटवर्क चलाने और फर्जी शेल कंपनियों के माध्यम से लेन-देन करने की भी आशंका जताई जा रही है.


आगे की कार्रवाई

पुलिस ने कवि नगर थाने में मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि इस जालसाजी में और कौन-कौन शामिल हो सकता है। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं.