गाजियाबाद में फर्जी दूतावास के आरोपी की पांच दिन की रिमांड मंजूर

गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का मामला
गाजियाबाद समाचार: गाजियाबाद के कविनगर में अवैध दूतावास चलाने के आरोप में गिरफ्तार हर्षवर्धन जैन के खिलाफ जांच में 20 से अधिक कंपनियों और बैंक खातों की जानकारी सामने आई है। नोएडा एसटीएफ ने आरोपी की रिमांड के लिए आवेदन दिया था, जिस पर सोमवार को सुनवाई के बाद उसे पांच दिन की रिमांड मिल गई है। यह रिमांड 29 जुलाई सुबह 10 बजे से 2 अगस्त शाम 4 बजे तक प्रभावी रहेगी। पुलिस मंगलवार को आरोपी से पूछताछ करेगी। इसके साथ ही, आरोपी के विदेश में दर्ज मामलों की जानकारी के लिए एसटीएफ ने इंटरपोल को ब्लू कॉर्नर नोटिस भी भेजा है।
अवैध दूतावास का भंडाफोड़
यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने गाजियाबाद के कविनगर में एक अवैध दूतावास का भंडाफोड़ करते हुए हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया। इस मामले में एसटीएफ ने आरोपी के खिलाफ स्थानीय थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच में पता चला है कि हर्षवर्धन ने एहसान अली सैयद के साथ मिलकर विदेशों में दो दर्जन से अधिक कंपनियों को रजिस्टर्ड कराया था।
पुलिस की रिमांड मंजूर
जांच में अब तक आरोपी के देश-विदेश में 20 से अधिक कंपनियों और बैंक खातों की जानकारी सामने आई है। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के लिए एक सप्ताह की रिमांड की मांग की थी, लेकिन उसे पांच दिन की रिमांड मिली है। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि यह पुलिस की पहली रिमांड याचिका है। अभियुक्त को पुलिस अभिरक्षा में लेने से पहले और वापस भेजने से पहले मेडिकल परीक्षण कराना अनिवार्य होगा। पुलिस अब आरोपी से दिल्ली और यूपी में उसके संपर्कों के बारे में जानकारी जुटाएगी।
इंटरपोल से जानकारी जुटाई जा रही है
एसटीएफ की टीमें 300 करोड़ रुपये के एक घोटाले की जांच कर रही हैं, जिसमें हर्षवर्धन की संलिप्तता बताई जा रही है। यह घोटाला विदेशों में लोन दिलाने के नाम पर किया गया था। नोएडा एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि हर्षवर्धन जैन हवाला कारोबार और दलाली के धंधे बड़े स्तर पर करता था। उसकी मुलाकात चर्चित व्यक्ति चन्द्रास्वामी और आर्म्स डीलर अदनान खगोशी से हुई थी। एसटीएफ ने इंटरपोल को ब्लू कॉर्नर नोटिस भेजकर आरोपी के विदेशों में दर्ज मामलों की जानकारी मांगी है।