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गाजियाबाद में हाउस टैक्स में वृद्धि वापस, 4.5 लाख लोगों को मिली राहत

गाजियाबाद में हाउस टैक्स में वृद्धि को लेकर हुए हंगामे के बाद नगर निगम ने निर्णय लिया है कि अब निवासियों को बढ़े हुए टैक्स का भुगतान नहीं करना होगा। इससे शहर के 4.5 लाख लोग राहत महसूस करेंगे। इसके साथ ही, इंदिरापुरम में अनुरक्षण शुल्क में भी 20 से 30 प्रतिशत की कमी की गई है। जानें इस मुद्दे पर और क्या जानकारी है।
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गाजियाबाद में हाउस टैक्स में वृद्धि वापस, 4.5 लाख लोगों को मिली राहत

गाजियाबाद में हाउस टैक्स पर हंगामा

गाजियाबाद समाचार: गाजियाबाद में हाउस टैक्स में वृद्धि को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। सोमवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने इस मुद्दे पर हंगामा किया और बढ़े हुए हाउस टैक्स को वापस लेने की मांग की। इसके परिणामस्वरूप, नगर निगम ने पीछे हटने का निर्णय लिया है। अब नए दरों के अनुसार हाउस टैक्स का भुगतान नहीं करना होगा, जिससे शहर के लगभग 4.5 लाख निवासियों को सीधा लाभ होगा।


बढ़ी हुई दरें क्या थीं?

गाजियाबाद नगर निगम ने वित्त वर्ष 2024 के लिए हाउस टैक्स की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था। 12 मीटर चौड़ी सड़क पर कवर्ड रेट 96 पैसे और कारपेट रेट भी इसी के आसपास था। 12 से 24 मीटर चौड़ी सड़क पर कवर्ड रेट 2 रुपये और 24 मीटर से अधिक चौड़ी सड़क पर कवर्ड दरें 1.45 पैसे थीं। नई दरों के अनुसार, 12 मीटर सड़क पर कवर्ड रेट 3.50 पैसे, 12 से 24 मीटर चौड़ी सड़क पर 3.75 पैसे और 24 मीटर से अधिक चौड़ी सड़क पर 4 रुपये हो गया था। इस वृद्धि का सीधा असर 4.5 लाख करदाताओं पर पड़ रहा था। लेकिन अब, हंगामे के बाद, पुरानी दरों पर ही टैक्स देना होगा।


इंदिरापुरम में अनुरक्षण शुल्क में कमी

गाजियाबाद नगर निगम ने इंदिरापुरम के निवासियों को राहत प्रदान की है। नगर निगम ने जीडीए से हैंडओवर लेने के बाद इंदिरापुरम की देखरेख के लिए अनुरक्षण शुल्क लिया था। अब, इस शुल्क में 20 से 30 प्रतिशत की कमी की गई है। नगर निगम का कहना है कि कम शुल्क लेने के बावजूद, वे निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगे। यदि कोई कर्मचारी पूर्वनिर्धारित अनुरक्षण शुल्क वसूलता है, तो इसकी शिकायत मुख्य कर निर्धारण अधिकारी से की जा सकती है।