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गिलगित-बाल्टिस्तान में पुलिस और वकीलों के विरोध प्रदर्शन तेज

गिलगित-बाल्टिस्तान में पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। पुलिसकर्मी अपने दैनिक भत्ते में वृद्धि की मांग कर रहे हैं, जबकि वकील पिछले 10 महीनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जानें इस स्थिति का क्या असर हो रहा है और सरकार की प्रतिक्रिया क्या है।
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गिलगित-बाल्टिस्तान में पुलिस और वकीलों के विरोध प्रदर्शन तेज

गिलगित-बाल्टिस्तान में विरोध की लहर

पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान (PoGB) में गुरुवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। स्थानीय मीडिया के अनुसार, पुलिसकर्मियों का धरना, जो पिछले चार दिनों से एक स्थानीय नेता के निवास के बाहर चल रहा है, अब भी जारी है। यह प्रदर्शन पुलिसकर्मियों द्वारा 2025-26 के बजट में उनके दैनिक भत्ते में वृद्धि की मांग को लेकर किया जा रहा है।


पुलिसकर्मियों की मुख्य मांग उनके दैनिक भत्ते को बढ़ाना है। 2025-26 के बजट में PoGB पुलिस का दैनिक भत्ता पाकिस्तानी रुपये (PKR) 440 से बढ़ाकर PKR 880 करने का प्रस्ताव है। हालांकि, इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है, जिससे पुलिसकर्मियों में असंतोष बढ़ रहा है। प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों का कहना है कि वे कई महीनों से इस मांग को उठा रहे हैं। दो सप्ताह पहले भी एक विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसे अधिकारियों द्वारा 14 दिनों के भीतर समस्याओं के समाधान का आश्वासन मिलने पर वापस ले लिया गया था।


इसके अलावा, PoGB पुलिस ने सोमवार को "दुर्व्यवहार" के आरोप में कुछ कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, प्रारंभिक चरण में 63 अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह निर्णय एक अनुशासनात्मक समिति की बैठक में लिया गया।


वकीलों का भी विरोध प्रदर्शन जारी है। पुलिस के विरोध प्रदर्शनों के साथ-साथ, PoGB में वकीलों के संगठनों ने भी एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया है और गिलगित, स्कर्दू, घिजर और अन्य जिलों में अदालती कार्यवाही का बहिष्कार किया है। वकील पिछले 10 महीनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। गिलगित-बाल्टिस्तान बार काउंसिल, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन GB, हाई कोर्ट बार एसोसिएशन GB और डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन गिलगित ने एक संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया।