गीता गोपीनाथ ने IMF से दिया इस्तीफा, लौटेंगी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी

गीता गोपीनाथ का इस्तीफा
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रमुख अधिकारियों में से एक, गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) ने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (IMF Managing Director Kristalina Georgieva) जल्द ही उनके उत्तराधिकारी की घोषणा करेंगी। गीता गोपीनाथ अगस्त के अंत में अपने पद से हटकर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) लौट जाएंगी।
गीता गोपीनाथ का करियर
गीता गोपीनाथ भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं। उन्होंने 2019 में IMF में चीफ इकोनॉमिस्ट के रूप में कार्यभार संभाला था, और इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला बनीं। उनके इस्तीफे के फैसले ने IMF को चौंका दिया है, क्योंकि उन्होंने इस संगठन में शामिल होने के लिए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को छोड़ा था। अब वह फिर से उसी विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र की प्रोफेसर के रूप में लौटेंगी।
शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता
गीता गोपीनाथ ने कहा कि वह अब शिक्षा के क्षेत्र में अपनी जड़ों की ओर लौट रही हैं, जहां वह वैश्विक आर्थिक चुनौतियों पर शोध करने और अर्थशास्त्रियों की अगली पीढ़ी को प्रशिक्षित करने के लिए तत्पर हैं।
प्रबंध निदेशक की सराहना
IMF की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने गीता गोपीनाथ की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक अत्यंत बुद्धिमान और कुशल प्रबंधक बताया। उन्होंने कहा कि गीता ने IMF की नीतियों को स्पष्टता के साथ आगे बढ़ाया और कठिन समय में अपने उच्च स्तर के विश्लेषण से उदाहरण प्रस्तुत किया।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि
गीता गोपीनाथ का जन्म भारत में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर डिग्री हासिल की। इसके बाद, उन्होंने प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी से पीएचडी की।