गुजरात ATS ने बेंगलुरु से पकड़ी आतंकी मॉड्यूल की मुख्य साजिशकर्ता

गुजरात ATS की कार्रवाई
गुजरात ATS: हाल ही में, गुजरात एंटी टेररिज्म स्क्वॉड ने एक महत्वपूर्ण आतंकी नेटवर्क का खुलासा करते हुए 30 वर्षीय शमा परवीन को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है। शमा परवीन पर आरोप है कि वह अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) के लिए कार्यरत थी और भारत के खिलाफ खतरनाक योजनाएं बना रही थी। जांच में यह भी सामने आया कि वह पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर के संपर्क में थी और भारत में हिंसा फैलाने की योजना बना रही थी।
सोशल मीडिया का दुरुपयोग
शमा परवीन ने सोशल मीडिया का उपयोग करके युवाओं को कट्टरपंथ की ओर आकर्षित किया। उसने इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भड़काऊ और देशविरोधी सामग्री साझा की। एटीएस को उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स से कई ऐसे पोस्ट मिले, जिनमें उसने पाकिस्तान का समर्थन किया और भारत के खिलाफ नफरत फैलाने वाले संदेश साझा किए।
आसिम मुनीर से संबंध
आसिम मुनीर से जुड़ा कनेक्शन: जांच में एक चौंकाने वाला तथ्य यह सामने आया कि शमा ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर से भारत में 'खिलाफत प्रोजेक्ट' शुरू करने की अपील की थी। उसने सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट साझा कीं, जिनमें उसने मुनीर से भारत पर हमले की मांग की और कहा कि अब समय है कि पाकिस्तान भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने की दिशा में कदम उठाए।
गिरफ्तारी का सिलसिला
5 आतंकियों की गिरफ्तारी से खुला राज: गुजरात एटीएस ने 22 जुलाई को अल-कायदा से जुड़े चार आतंकियों को गुजरात, दिल्ली और नोएडा से गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के दौरान शमा परवीन का नाम सामने आया, जो इस आतंकी मॉड्यूल की मुख्य साजिशकर्ता थी। इसके बाद एटीएस ने बेंगलुरु में छापा मारकर 29 जुलाई को शमा को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि वह पांच अलग-अलग ऑनलाइन टेरर मॉड्यूल्स को चला रही थी और पाकिस्तान से सीधे निर्देश ले रही थी।
शमा परवीन की पृष्ठभूमि
झारखंड से बेंगलुरु तक की कहानी: शमा परवीन झारखंड के कोडरमा जिले की निवासी है। वह कुछ साल पहले बेंगलुरु आई थी और वहां हेब्बल इलाके में अपने छोटे भाई के साथ किराए के फ्लैट में रह रही थी। वह बेरोजगार थी और अपने कमरे से बाहर कम ही निकलती थी। हालांकि, सोशल मीडिया के माध्यम से वह खतरनाक आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रही थी।