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गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन: एक नेता की यात्रा

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन एक दुखद घटना है। 12 जून 2025 को एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में उनका निधन हुआ। जानें उनके जीवन, राजनीतिक सफर और उपलब्धियों के बारे में। विजय रूपाणी का जन्म म्यांमार में हुआ था और उन्होंने भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके निधन पर देशभर में शोक की लहर है।
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गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन: एक नेता की यात्रा

विजय रूपाणी का परिचय

विजय रूपाणी का परिचय: 12 जून 2025 को भारतीय एविएशन क्षेत्र के लिए एक दुखद दिन बन गया। इस दिन भारतीय समयानुसार दोपहर 1:39 बजे एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान (AI171) दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में 230 यात्री, 10 क्रू सदस्य और दो पायलट शामिल थे। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे, जिनका निधन हो गया। यह विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था और टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।


राजनीतिक शोक

68 वर्षीय विजय रूपाणी के निधन पर देश के कई प्रमुख राजनेताओं ने शोक व्यक्त किया है। उन्हें उनके विनम्र स्वभाव, सादगी और जमीनी स्तर पर काम करने की शैली के लिए हमेशा याद किया जाएगा।


म्यांमार में जन्म

म्यांमार में जन्म:

विजय रामनिकलाल रूपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 को रंगून (अब यांगून, म्यांमार) में एक जैन परिवार में हुआ। उनके पिता रामनिकलाल रूपाणी एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता थे, जबकि उनकी मां मायाबेन एक गृहिणी थीं।

विजय अपने सात भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। 1960 में म्यांमार में राजनीतिक अस्थिरता के कारण उनका परिवार भारत आ गया और गुजरात के राजकोट में बस गया। यहीं से विजय ने अपने जीवन और राजनीति की नई शुरुआत की।


शिक्षा और राजनीतिक करियर की शुरुआत

विजय ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजकोट से प्राप्त की। उन्होंने सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से बीए और बाद में एलएलबी की डिग्री हासिल की। कॉलेज के दिनों में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की छात्र शाखा है।

उनका औपचारिक राजनीतिक सफर 1971 में जनसंघ में शामिल होकर शुरू हुआ। 1980 में बीजेपी के गठन के बाद, उन्होंने पार्टी के लिए सक्रियता से काम करना शुरू किया।


राजनीतिक उपलब्धियाँ

राजनीतिक उपलब्धियाँ:

1987 में, उन्होंने राजकोट नगर निगम के कॉर्पोरेटर के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की। 1996-1997 में वे राजकोट के मेयर बने, जहां उन्होंने शहर के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।

2006 में, रूपाणी को राज्यसभा सांसद के रूप में चुना गया और उन्होंने 2012 तक अपनी सेवाएं दीं। इस दौरान, उन्होंने गुजरात सरकार में परिवहन, श्रम, और जल आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार संभाला।


मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल

मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल:

7 अगस्त 2016 को विजय रूपाणी ने आनंदीबेन पटेल के बाद गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 2017 के विधानसभा चुनाव में, उन्होंने राजकोट पश्चिम सीट से जीत हासिल की और बीजेपी को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उनके कार्यकाल में, गुजरात ने औद्योगिक विकास में नई ऊंचाइयां छुईं। उन्होंने 'वाइब्रेंट गुजरात' समिट को बढ़ावा दिया, जिससे राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आया।


राष्ट्रीय स्तर पर योगदान

राष्ट्रीय स्तर पर योगदान:

सितंबर 2021 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, विजय रूपाणी ने पार्टी के लिए राष्ट्रीय स्तर पर काम करना शुरू किया। 2022 में, उन्हें पंजाब और चंडीगढ़ बीजेपी का प्रभारी नियुक्त किया गया।


व्यक्तिगत जीवन

व्यक्तिगत जीवन:

विजय रूपाणी का विवाह अंजलि रूपाणी से हुआ था, जो बीजेपी की महिला विंग की सदस्य हैं। दंपति के तीन बच्चे हैं, जिनमें एक बेटी राधिका और दो बेटे, रुशभ और पुजित शामिल हैं।


एक समर्पित नेता की छवि

एक समर्पित नेता की छवि:

विजय रूपाणी को उनके सहयोगी और प्रशंसक एक ऐसे नेता के रूप में याद करते हैं, जिन्होंने हमेशा जनता की सेवा को प्राथमिकता दी। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।