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गुजरात में एयर इंडिया विमान दुर्घटना: जानें ईंधन टैंक और सुरक्षा पहलू

गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, जिसमें 242 लोग सवार थे। घटना के बाद, आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि विमान में ईंधन टैंक कहां होते हैं और दुर्घटना के समय यात्रियों को किस प्रकार का खतरा हो सकता है। साथ ही, विमान के संतुलन बनाए रखने में पंखों की भूमिका पर भी चर्चा करेंगे।
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एयर इंडिया विमान दुर्घटना का विवरण

गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। यह घटना मेघानीनगर क्षेत्र में हुई, जब विमान उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। स्थानीय निवासियों ने आसमान में आग की लपटें और धुआं देखा। जानकारी के अनुसार, विमान में कुल 242 लोग, जिसमें यात्री और चालक दल शामिल हैं, सवार थे। इस समय, आग बुझाने के लिए 7 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंच चुकी हैं और आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है।


अब यह जानना आवश्यक है कि विमान में ईंधन टैंक कहां होते हैं और दुर्घटना के बाद आग कैसे लगती है। साथ ही, यह भी जानना जरूरी है कि विमान के किन हिस्सों में बैठे यात्रियों को सबसे अधिक खतरा होता है।


विमानों में ईंधन आमतौर पर लंबी दूरी की उड़ानों के लिए आवश्यक होता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि विमान के मुख्य हिस्से में ईंधन नहीं भरा जाता। इसके बजाय, ईंधन विमान के दोनों पंखों में जमा होता है। इसका कारण यह है कि विमान का इंजन पंखों में होता है, जिससे ईंधन का पहुंचना आसान हो जाता है। इससे विमान का वजन भी कम होता है।


यात्री विमानों के पंख संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि मुख्य हिस्से में ईंधन भरा जाए, तो विमान का संतुलन बिगड़ सकता है। उदाहरण के लिए, यदि पिछले हिस्से में ईंधन भरा गया है, तो उड़ान के दौरान विमान का पिछला हिस्सा नीचे रहेगा। लेकिन जब ईंधन खत्म होगा, तो पिछला हिस्सा ऊपर उठ जाएगा, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, दुर्घटना की स्थिति में पंखों के पास बैठे यात्रियों को सबसे अधिक खतरा हो सकता है।