गुजरात में मानव तस्करी के मामले में बॉबी पटेल की गिरफ्तारी

प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई
गिरफ्तारी का विवरण: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुजरात के भरतकुमार रामभाई पटेल, जिन्हें बॉबी पटेल के नाम से जाना जाता है, को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी एक मानव तस्करी रैकेट के संदर्भ में की गई है, जिसमें भारतीय नागरिकों को फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से विदेश भेजा जा रहा था।
जांच के दौरान यह पता चला कि बॉबी पटेल और उसके सहयोगी नकली दस्तावेजों का उपयोग करके वीजा प्राप्त करते थे। इनमें जाली पासपोर्ट और पहचान पत्र शामिल थे। कई मामलों में, आरोपी असली यात्रियों की पहचान की नकल करके उन्हें विदेश भेजते थे।
परिवारों से वसूली की राशि
वसूली की राशि का खुलासा
जांच में यह भी सामने आया कि बॉबी पटेल प्रति व्यक्ति 60 से 75 लाख रुपये, जोड़ों से 1 से 1.25 करोड़ रुपये और परिवारों से 1.25 से 1.75 करोड़ रुपये तक की वसूली करता था। 2015 से चल रही इस ठगी में उसने करोड़ों रुपये की अवैध कमाई की है, जिससे कई लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ है।
ED, Ahmedabad Zonal Office has arrested Bharatkumar Rambhai Patel alias Bobby Patel under the provisions of PMLA, 2002 in Human Trafficking case. He was produced before the Hon’ble Special Judge (PMLA), Mirzapura Court, Ahmedabad and the Hon’ble Court has granted 04 days ED…
— ED (@dir_ed) July 3, 2025
FIR के आधार पर जांच
जांच की शुरुआत
ED ने अहमदाबाद के शोला हाई कोर्ट पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR के आधार पर अपनी जांच शुरू की। इस FIR में बॉबी पटेल और अन्य आरोपियों पर 2015 से भारतीय नागरिकों को अवैध रूप से विदेश भेजने का आरोप लगाया गया था। ईडी ने इस मामले में आगे की जांच करते हुए बॉबी पटेल को गिरफ्तार किया और उनकी अवैध गतिविधियों का खुलासा किया।
कई राज्यों में दर्ज हैं मामले
मामलों की संख्या
बॉबी पटेल के खिलाफ गुजरात, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में कई FIR दर्ज हैं। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, इस अवैध धंधे से कमाई गई राशि कम से कम ₹7 करोड़ आंकी गई है। बॉबी पटेल को गुरुवार को अहमदाबाद के मिरजापुर कोर्ट में स्पेशल PMLA जज के समक्ष पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उसे चार दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया। मामले में आगे की जांच अभी जारी है।