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गुजरात विमान दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जल्द पेश होगी

गुजरात में एयर इंडिया की विमान दुर्घटना के बाद, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने संसद को सूचित किया है कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जल्द ही प्रस्तुत की जाएगी। 12 जून को हुई इस घटना में 242 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति ही बचा। रिपोर्ट में दुर्घटना के कारणों की पहली आधिकारिक व्याख्या की जाएगी। इसके अलावा, संसदीय समिति ने उड़ान किरायों में वृद्धि पर भी चिंता जताई है। जानें इस मामले में और क्या जानकारी सामने आई है।
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गुजरात विमान दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जल्द पेश होगी

गुजरात में एयर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच

गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में लगभग एक महीने पहले हुई एयर इंडिया की गंभीर विमान दुर्घटना के संदर्भ में, भारत की प्रमुख विमान दुर्घटना जांच एजेंसी, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB), ने बताया है कि इस सप्ताह प्रारंभिक जांच रिपोर्ट संसद की समिति को सौंपी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, अभी तक कोई अंतिम रिपोर्ट तैयार नहीं की गई है और जांच प्रक्रिया जारी है।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, AAIB के अधिकारियों ने संसद की परिवहन, पर्यटन और संस्कृति स्थायी समिति को सूचित किया कि 12 जून को हुई इस दुर्घटना के 30 दिनों के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी थी, लेकिन अब तक कोई रिपोर्ट जमा नहीं की गई है। अधिकारियों ने बताया कि विमान का ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर सुरक्षित हैं, और इनसे प्राप्त डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।


दुर्घटना का संक्षिप्त विवरण


12 जून को अहमदाबाद में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एयर इंडिया फ्लाइट AI-171) के दुर्घटनाग्रस्त होने के परिणामस्वरूप 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा। इस प्रारंभिक रिपोर्ट में दुर्घटना के कारणों की पहली आधिकारिक व्याख्या होगी, जो कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर से प्राप्त जानकारी पर आधारित होगी।


संसदीय समिति की चिंताएँ


संसद की लोक लेखा समिति (PAC) ने अहमदाबाद में हुई इस दुर्घटना और हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद श्रीनगर से अन्य शहरों के लिए उड़ान किरायों में अचानक वृद्धि पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। बुधवार (9 जुलाई) को हवाई क्षेत्र में सुरक्षा पर आयोजित एक बैठक में, समिति के सदस्यों ने सरकारी एजेंसियों और निजी एयरलाइंस से सुरक्षा मानकों के पालन पर सवाल उठाए।