गुड़गांव में काली स्कॉर्पियो का आतंक: पुलिस पर हमला और जनता का गुस्सा

गुड़गांव में काली स्कॉर्पियो का आतंक
गुड़गांव में काली स्कॉर्पियो का आतंक: पुलिस की इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल पर हमला! गुड़गांव की सड़कों पर एक काली स्कॉर्पियो ने देर रात हंगामा मचाया। इस तेज रफ्तार गाड़ी ने न केवल पुलिस के नाके को तोड़ा, बल्कि पीछा कर रही पुलिस की इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल (ERV) को भी टक्कर मार दी।
इस घटना ने स्थानीय निवासियों में गुस्सा पैदा कर दिया, जिन्होंने चालक को पकड़कर उसकी पिटाई की। आइए, इस चौंकाने वाली घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
देर रात की खतरनाक हरकतें
गुड़गांव के ईस्ट जोन में रात के सन्नाटे को एक काली स्कॉर्पियो ने भंग किया। बिना नंबर प्लेट के यह गाड़ी तेज गति से दौड़ रही थी। एसीपी सदर यशवंत सिंह उस समय नाइट चेकिंग पर थे और उन्होंने संदिग्ध गाड़ी को देखकर सभी ERV को अलर्ट किया। सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास ERV 246 की टीम ने स्कॉर्पियो को देखा, जो इफ्को चौक की ओर भाग रही थी।
चालक ने पुलिस के हूटर की अनदेखी करते हुए गाड़ी को और तेज कर दिया। इफ्को चौक पर पुलिस नाके को तोड़ते हुए वह MG रोड की ओर भागा, जिससे सड़क पर मौजूद अन्य लोगों की जान को खतरा हो गया। पुलिस ने उसका पीछा तेज कर दिया, लेकिन चालक रुकने को तैयार नहीं था।
टक्कर और जनता का गुस्सा
सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास भीड़ के कारण स्कॉर्पियो को रुकना पड़ा। पुलिस को पीछे देख चालक ने अपनी गाड़ी बैक की और ERV से जोरदार टक्कर मार दी। यह देख आसपास के लोग भड़क उठे। गुस्साई भीड़ ने स्कॉर्पियो के चालक भारत, जो बागपत का निवासी था, को पकड़ लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। गाड़ी में साहिल तंवर नाम का एक अन्य व्यक्ति भी था, जो पलवल का निवासी है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चालक को भीड़ से बचाया और थाने ले गई। जांच में गाड़ी से शराब की बोतलें बरामद हुईं। पुलिस ने चालक के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और सरकारी वाहन को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया। गाड़ी को जब्त कर लिया गया है।
पुलिस की सख्ती और आगे की जांच
पुलिस ने बताया कि चालक भारत को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि साहिल तंवर को प्रारंभिक जांच में निर्दोष पाया गया। गाड़ी पर काली फिल्म लगी थी, जो नियमों के खिलाफ है। यह घटना गुड़गांव में सड़क सुरक्षा और नशे में गाड़ी चलाने की बढ़ती समस्या को उजागर करती है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि चालक ने ऐसा खतरनाक कदम क्यों उठाया।
यह घटना हमें सड़क पर अनुशासन और नियमों का पालन करने की याद दिलाती है। गुड़गांव पुलिस की तत्परता और जनता की जागरूकता ने इस मामले को और बिगड़ने से रोक लिया।