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गुरुग्राम का मौसम: 14 जुलाई 2025 के लिए बारिश की संभावना

गुरुग्राम का मौसम 14 जुलाई 2025 को बदलने की संभावना है, जिसमें बारिश और उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने दिनभर बादलों की आवाजाही और हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है। तापमान 30 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। IMD ने अगले तीन दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है। जानिए और क्या-क्या है इस मौसम में खास!
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गुरुग्राम का मौसम: 14 जुलाई 2025 के लिए बारिश की संभावना

गुरुग्राम का मौसम आज: 14 जुलाई 2025

गुरुग्राम का मौसम आज कैसा रहेगा? 14 जुलाई 2025 को बारिश की संभावना है या फिर उमस भरी गर्मी? जानिए मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट और पूरे दिन का पूर्वानुमान।


मौसम विभाग के अनुसार, दिनभर बादलों की आवाजाही रहेगी और दोपहर के समय हल्की बारिश की संभावना है। तापमान 30 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। हवा की गति और ह्यूमिडिटी के कारण उमस बनी रहेगी। IMD ने अगले तीन दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है।


गुरुग्राम का मौसम: आज का पूर्वानुमान

गुरुग्राम का मौसम आज कैसा रहेगा? यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन में है जो सुबह ऑफिस जाने से पहले आसमान की ओर देखता है। मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 14 जुलाई 2025 को गुरुग्राम का मौसम बदल सकता है। बादलों की आवाजाही और हल्की बारिश की संभावना ने लोगों को राहत की उम्मीद दी है।


बादलों की दस्तक और बारिश की संभावना


सुबह से ही आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग ने बताया है कि दोपहर बाद बारिश की हल्की बौछारें गिर सकती हैं। तापमान 30°C से 34°C के बीच रहेगा, जिससे उमस बनी रहेगी। हवा की गति 4.2 किमी/घंटा रहेगी और ह्यूमिडिटी 58% तक पहुंच सकती है।


तापमान में उतार-चढ़ाव और हवा की चाल


गुरुग्राम में सूर्योदय सुबह 5:33 बजे और सूर्यास्त शाम 7:21 बजे होगा। दिन के दौरान तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। सुबह हल्की ठंडक रहेगी लेकिन दोपहर में गर्मी बढ़ सकती है। शाम को ठंडी हवाएं राहत देंगी।


मौसम विभाग का अलर्ट


IMD ने हरियाणा के 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें गुरुग्राम भी शामिल है। 14 से 16 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है और सड़कों पर जलभराव की स्थिति भी बन सकती है।