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गुरुग्राम में टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या: एक दर्दनाक कहानी

गुरुग्राम में टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। उनके पिता द्वारा की गई इस हत्या के पीछे की कहानी में राधिका की जिंदगी की दर्दनाक सच्चाई छिपी हुई है। उनकी करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह ने एक वीडियो में राधिका के जीवन के संघर्षों का खुलासा किया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे राधिका को अपने परिवार के दबावों का सामना करना पड़ा। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और राधिका के सपनों का क्या हुआ।
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गुरुग्राम में टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या: एक दर्दनाक कहानी

राधिका यादव की हत्या ने देश को झकझोर दिया

गुरुग्राम में 25 वर्षीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। उनके पिता, दीपक यादव, ने कथित तौर पर अपने ही घर में राधिका को गोलियों से भून दिया। इस हत्याकांड के बाद, राधिका की करीबी दोस्त और टेनिस खिलाड़ी हिमांशिका सिंह राजपूत ने एक भावुक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने राधिका के जीवन की दुखद सच्चाई को उजागर किया।


राधिका की जिंदगी में बंधन

हिमांशिका के अनुसार, राधिका पिछले कई वर्षों से अपने घर में 'नज़रबंदी' जैसी जिंदगी जी रही थी। उसे अपने कपड़े पहनने, दोस्तों से बात करने और यहां तक कि वीडियो कॉल करने की भी स्वतंत्रता नहीं थी। राधिका की मौत से कुछ दिन पहले, वह विदेश जाने और अपने करियर में बदलाव की योजना बना रही थी, लेकिन उसे अपने सपनों की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।


पिता द्वारा की गई हत्या

हिमांशिका ने कहा कि राधिका को उसके पिता ने पांच गोलियां मारीं, जिनमें से चार गोलियां उसे लगीं। वह लंबे समय से मानसिक प्रताड़ना का शिकार थी। उसके पिता उसे हर बात में नियंत्रित करते थे, यहां तक कि उसके कपड़ों और बाहर जाने पर भी रोक थी। अंततः, राधिका ने वही किया जो उसके पिता ने उसे मजबूर किया।


सामाजिक दबाव और शर्मिंदगी

हिमांशिका ने बताया कि राधिका को अपने घर में आत्मनिर्भरता के लिए तिरस्कार का सामना करना पड़ता था। वह शॉर्ट्स पहनती थी और अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जीना चाहती थी, लेकिन उसके माता-पिता समाज के डर से उसे बार-बार शर्मिंदा करते थे।


राधिका की स्वतंत्रता पर पाबंदियां

हिमांशिका ने कहा कि राधिका को हर कॉल पर बताना पड़ता था कि वह किससे बात कर रही है। वीडियो कॉल में भी उसे कैमरा घुमा कर दिखाना होता था कि सामने कौन है। उसकी स्वतंत्रता पूरी तरह से छीन ली गई थी।


राधिका के सपने

राधिका ने हाल ही में अपने कोच से बात की थी, जिसमें उसने घर छोड़ने और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बनने की इच्छा व्यक्त की थी। लेकिन उसके पिता ने उसके सपनों को खत्म कर दिया।


लव जिहाद की अफवाहें

राधिका की हत्या के बाद कुछ वर्गों में इसे 'लव जिहाद' से जोड़ने की कोशिश की गई, जिसे हिमांशिका ने खारिज किया। उन्होंने कहा कि कृपया इस घटना को सांप्रदायिक रंग न दें।


दीपक यादव की स्वीकार्यता

राधिका के चाचा ने बताया कि दीपक यादव ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है और खुद को फांसी देने की मांग की है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।


अंतिम विदाई

राधिका का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव वज़ीराबाद में किया गया, जहां भारी संख्या में लोग अंतिम विदाई देने पहुंचे। पूरे गांव में शोक की लहर है और लोग अब सिर्फ एक सवाल पूछ रहे हैं – एक बेटी को उसके ही पिता ने क्यों मारा?