गुरुग्राम में स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स से जाम में मिलेगी राहत

गुरुग्राम में ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान
गुरुग्राम में स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स: गुरुग्राम मेट्रो डिवलेपमेंट ऑथोरिटी (GMDA) ने शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या को खत्म करने के लिए स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स लगाने का कार्य शुरू कर दिया है। यह योजना शहर के 32 प्रमुख चौराहों पर लागू की जा रही है।
इस परियोजना को 31 जुलाई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह पहल शहर की सड़कों को सुरक्षित और सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि आप रोजाना ट्रैफिक की समस्या का सामना करते हैं, तो यह खबर आपके लिए राहत लेकर आई है।
स्मार्ट तकनीक का उपयोग
चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स: गुरुग्राम के सेक्टर-58 से 115 तक के 32 चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स स्थापित की जा रही हैं। इनमें से 20 चौराहों पर यह व्यवस्था पहले से ही चालू हो चुकी है। सेक्टर-81 से 95 तक के क्षेत्रों में वाहन चालकों को अब कम जाम का सामना करना पड़ रहा है।
GMDA के कार्यकारी अभियंता आरके मित्तल ने बताया कि सती चौक, रामपुरा चौक, खेड़की माजरा, और सेक्टर 84-86 जैसे व्यस्त चौराहों पर यह प्रणाली ट्रैफिक को नियंत्रित करने में सफल हो रही है। इन लाइट्स के साथ CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं, जो ट्रैफिक की रियल-टाइम निगरानी करते हैं। इससे नियमों का उल्लंघन करने वालों पर त्वरित कार्रवाई संभव होगी।
ट्रैफिक जाम से राहत
स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स का प्रभाव: यह प्रणाली ट्रैफिक के प्रवाह को समझकर लाइट के समय को अपने आप समायोजित करती है, जिससे चौराहों पर रुकने का समय कम होता है और जाम की स्थिति टलती है।
GMDA ने इस प्रोजेक्ट पर अब तक 7.46 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जो लाइट्स की स्थापना, सॉफ्टवेयर, और सिस्टम इंटीग्रेशन पर खर्च किए गए हैं। इस पहल से न केवल ट्रैफिक जाम कम होगा, बल्कि शहर में यात्रा का अनुभव भी बेहतर होगा। खासकर व्यस्त घंटों में यह प्रणाली चालकों के लिए फायदेमंद साबित होगी।
गुरुग्राम की सड़कों का भविष्य
स्मार्ट शहर की दिशा में कदम: यह प्रोजेक्ट गुरुग्राम को एक स्मार्ट और सुगम शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स और CCTV निगरानी से न केवल ट्रैफिक प्रबंधन में सुधार होगा, बल्कि सड़क सुरक्षा भी बढ़ेगी।
चालकों को सलाह दी जाती है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें, ताकि इस नई व्यवस्था का पूरा लाभ उठाया जा सके। 31 जुलाई 2025 तक सभी 32 चौराहों पर यह प्रणाली लागू हो जाएगी, जिससे गुरुग्राम की सड़कें पहले से कहीं अधिक व्यवस्थित और तनावमुक्त होंगी।