गुवाहाटी में भारतीय वायुसेना का भव्य हवाई प्रदर्शन
गुवाहाटी में वायुसेना का शानदार प्रदर्शन
गुवाहाटी: रविवार को असम के गुवाहाटी में भारतीय वायुसेना ने अपनी शक्ति और साहस का प्रदर्शन करते हुए आसमान को रोशन किया। लाचित घाट पर आयोजित इस भव्य हवाई शो ने इस वर्ष के वायुसेना दिवस समारोह का समापन किया। समारोह का मुख्य परेड अक्टूबर में हिंडन एयरबेस (गाजियाबाद) में हुआ था, जबकि गुवाहाटी में आयोजित कार्यक्रम ने पूर्वोत्तर क्षेत्र को इस उत्सव से जोड़ा।
विमानों की शानदार उड़ानें
लगभग 25 विमानों ने आसमान में अद्भुत उड़ानें भरीं। इनमें तेजपुर, हासीमारा और गुवाहाटी के आस-पास के वायुसेना स्टेशनों से आए लड़ाकू और परिवहन विमान शामिल थे। इस प्रदर्शन में भारतीय वायुसेना के अत्याधुनिक विमानों जैसे राफेल, सुखोई-30एमकेआई, तेजस (एलसीए), जगुआर, मिराज-2000, मिग-29, अपाचे हेलीकॉप्टर, सी-17, सी-130 और एएन-32 ने भाग लिया।
बराक स्वरूप का विशेष आकर्षण
कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण बराक स्वरूप था, जिसमें सुखोई-30एमकेआई, राफेल, मिराज और तेजस एक साथ उड़ान भरते नजर आए। यह स्वरूप भारत के बहुउद्देशीय लड़ाकू बेड़े की एकता और शक्ति का प्रतीक था।
ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित प्रदर्शन
प्रदर्शन में ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित एक विशेष स्वरूप भी दिखाया गया, जिसमें विमानों ने लाल धुएं से आकाश को रंगते हुए इस मिशन की सफलता और उसमें शामिल नायकों को श्रद्धांजलि दी।
सारंग हेलीकॉप्टर दल की वापसी
सारंग हेलीकॉप्टर दल ने ALH Mk1 हेलीकॉप्टरों के साथ लंबे समय बाद वापसी की। गुजरात में एक हादसे के बाद दल के प्रदर्शन अस्थायी रूप से रोक दिए गए थे, इसलिए यह उनकी शानदार वापसी मानी जा रही है।
सटीक उड़ान और बेहतरीन टीमवर्क
एमआई-17 'ध्वज', तेजस 'लचित' और सुखोई-30 'त्रिशूल' जैसे स्वरूपों ने सटीक उड़ान और बेहतरीन टीमवर्क से दर्शकों का मन मोह लिया। प्रत्येक प्रदर्शन ने भारतीय वायुसेना की तकनीकी क्षमता, अनुशासन और टीम भावना को उजागर किया।
वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और गणमान्य अतिथि
इस अवसर पर कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। पूरा कार्यक्रम न केवल एक अद्भुत दृश्य अनुभव था, बल्कि इसने यह भी प्रदर्शित किया कि भारतीय वायुसेना लगातार आधुनिकीकरण और तैयारी के नए आयाम छू रही है, विशेषकर देश के पूर्वी क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति के साथ।
