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गृह मंत्री अमित शाह ने 'ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट' के नायकों को सम्मानित किया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट' के दौरान नक्सलियों के खिलाफ अदम्य साहस दिखाने वाले जवानों को सम्मानित किया। इस अभियान में 19 दिनों तक चले संघर्ष में 30 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया गया। शाह ने इस सफलता को ऐतिहासिक बताया और नक्सलवाद के खिलाफ मोदी सरकार के संकल्प को दोहराया। जानें इस अभियान की पूरी कहानी और जवानों की बहादुरी के बारे में।
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गृह मंत्री अमित शाह ने 'ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट' के नायकों को सम्मानित किया

ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट की सफलता


ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 'ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट' को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजी और कोबरा के जवानों से मुलाकात की। इस अवसर पर गृहमंत्री ने इन बहादुर जवानों के कार्य की सराहना की और उन्हें सम्मानित किया। यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर चलाया गया था, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।


गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 'ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट' में शामिल जवानों की तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा, "नई दिल्ली में अपने आवास पर 'ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट' में अदम्य साहस और वीरता से नक्सलियों का सामना करने वाले CRPF, छत्तीसगढ़ पुलिस, DRG और कोबरा के जवानों और उनके परिवारों से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। कर्रेगुट्टालु की दुर्गम पहाड़ियों पर लगातार 19 दिनों तक चले इस नक्सल-विरोधी अभियान में बिना किसी हताहत के 30 से अधिक नक्सलियों को मारकर इन वीर जवानों ने ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की। नक्सल विरोधी अभियानों के इतिहास में हमारे सुरक्षाबलों की बहादुरी स्वर्णिम अक्षरों में लिखी जाएगी।"



अमित शाह ने आगे कहा, 'ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट' में जवानों ने न केवल नक्सलियों के बेस कैम्प को नष्ट किया, बल्कि उनकी सप्लाई चेन को भी गंभीर नुकसान पहुँचाया। मोदी सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल-विरोधी अभियानों में शहीद या घायल हुए जवानों और उनके परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, "कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से हमारे सुरक्षा बलों का सम्मान किया गया।" एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, "31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलमुक्त बनाना मोदी सरकार का संकल्प है। जब तक सभी नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर लेते, पकड़े नहीं जाते या समाप्त नहीं हो जाते, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। इस संकल्प को पूरा करने में हमारे सुरक्षाबलों के त्याग और समर्पण पर पूरे देश को गर्व है।"