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गोगामेडी मेला विशेष ट्रेन का नया शेड्यूल: जानें मार्ग और समय

गोगामेडी मेला हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस वर्ष, रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनों का नया शेड्यूल जारी किया है। रेवाड़ी और सादुलपुर से गोगामेडी के लिए नियमित एक्सप्रेस सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। जानें ट्रेन के समय, मार्ग और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी, ताकि आप बिना किसी परेशानी के अपने धार्मिक अनुभव को पूरा कर सकें।
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गोगामेडी मेला विशेष ट्रेन का नया शेड्यूल: जानें मार्ग और समय

गोगामेडी मेला विशेष ट्रेन का नया शेड्यूल

गोगामेडी मेला विशेष ट्रेन का नया शेड्यूल: हर साल राजस्थान में गोगामेडी मेला लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस वर्ष, रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे ने गोगामेडी मेले के लिए चार जोड़ियों की विशेष ट्रेनों की शुरुआत की है। इनमें रेवाड़ी से गोगामेडी और सादुलपुर से गोगामेडी के लिए नियमित एक्सप्रेस सेवाएं शामिल हैं।


ट्रेन नंबर 04791 और 04792 रेवाड़ी से सुबह 6:15 बजे चलकर 10:40 बजे गोगामेडी पहुंचेगी, जबकि वापसी दोपहर 11:45 बजे होगी। इसी प्रकार, ट्रेन नंबर 04795 और 04796 शाम 6:00 बजे रेवाड़ी से चलकर रात 10:55 बजे गोगामेडी पहुंचेगी। लौटने वाली ट्रेन रात 11:20 बजे रवाना होगी। सभी ट्रेनों में 17 डिब्बे होंगे, जिनमें साधारण और द्वितीय शयनयान श्रेणी के डिब्बे शामिल हैं।


गोगामेडी स्टेशन पर अस्थाई ठहराव


गोगामेडी मेले के दौरान, श्रीगंगानगर-बांद्रा टर्मिनस से चलने वाली ट्रेनें भी गोगामेडी स्टेशन पर कुछ समय के लिए ठहरेंगी। ट्रेन नंबर 14701 और 14702 श्रद्धालुओं को आसानी से उतरने का अवसर प्रदान करेंगी।


सादुलपुर से भी ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। 9 अगस्त से 7 सितंबर तक, ट्रेन नंबर 04707 और 04708 दिन में चलेंगी, जबकि 04709 और 04710 रात में यात्रियों की सेवा करेंगी। इन ट्रेनों में 11 डिब्बों की व्यवस्था की गई है।


अन्य ट्रेनों में परिवर्तन और महत्वपूर्ण जानकारी


गोगामेडी मेले के कारण कुछ नियमित ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द रहेंगी। जैसे ट्रेन नंबर 54309 से 54316 तक की दिल्ली-हिसार और रेवाड़ी-हिसार सेवाएं सीमित रहेंगी। यात्रियों को यात्रा से पहले पूरी जानकारी जांचने की सलाह दी जाती है।


यह आयोजन रेलवे की यात्रियों तक पहुंच बढ़ाने की कोशिशों का हिस्सा है, जिससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपने धार्मिक अनुभव को पूरा कर सकें। इस बार रेलवे की यात्री सेवा अधिक सक्षम और सुलभ होगी।