गोवा नाइटक्लब अग्निकांड: मुख्यमंत्री ने आतिशबाजी को बताया कारण
गोवा में नाइटक्लब में आग का कारण
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने स्पष्ट किया है कि नाइटक्लब में आग लगने का कारण सिलेंडर विस्फोट नहीं, बल्कि आतिशबाजी थी। उन्होंने बताया कि बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में निकासी के रास्ते सीमित होने के कारण अधिक fatalities हुईं। प्रारंभ में यह जानकारी मिली थी कि आग सिलेंडर के फटने से लगी थी।
सावंत का बयान और सहायता की घोषणा
विपक्ष के आरोपों का सामना करते हुए, सावंत ने कहा कि इस घटना की जांच के लिए एक पैनल का गठन किया गया है, जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है, जबकि घायलों को 50 हजार रुपये की मदद दी जाएगी। इससे पहले, उन्होंने इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश भी दिया था।
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
इस अग्निकांड के सिलसिले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें नाइटक्लब का प्रबंधक और अन्य तीन कर्मचारी शामिल हैं। पुलिस ने नाइटक्लब के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और गांव अरपोरा-नगोआ के सरपंच को भी हिरासत में लिया गया है। यह बताया गया है कि नाइटक्लब अवैध था और सरपंच ने इसके संचालन का लाइसेंस जारी किया था।
नाइटक्लब के मालिकों की तलाश
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस नाइटक्लब के मालिकों, सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा, की तलाश कर रही है। दोनों इस समय दिल्ली में हैं, और उन्हें खोजने के लिए पुलिस की एक टीम दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी है।
घटना का विवरण
शनिवार की रात उत्तरी गोवा के बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में भीषण आग लग गई थी, जिसमें चार पर्यटक भी शामिल थे। मरने वालों में से 14 की पहचान हो चुकी है, जबकि अन्य की पहचान अभी जारी है।
