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गोवा मुक्ति दिवस: आजादी की 62वीं वर्षगांठ का उत्सव

हर साल 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस मनाया जाता है, जो पुर्तगाली शासन से आजादी का प्रतीक है। यह दिन गोवा के इतिहास में स्वाभिमान और संघर्ष का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए उनके साहस की सराहना की। जानें इस दिन के महत्व और गोवा में होने वाले उत्सवों के बारे में।
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गोवा मुक्ति दिवस: आजादी की 62वीं वर्षगांठ का उत्सव

गोवा मुक्ति दिवस का महत्व


पणजी: हर साल 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस मनाया जाता है। यह दिन उस महत्वपूर्ण क्षण को दर्शाता है जब गोवा ने 451 वर्षों के पुर्तगाली शासन से मुक्ति पाई और भारत का हिस्सा बना। 19 दिसंबर 1961 को भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई के बाद गोवा, दमन और दीव को पुर्तगाल से मुक्त किया गया था। यह दिन गोवा के इतिहास में स्वाभिमान, संघर्ष और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।


गोवा की आजादी की कहानी

1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद भी गोवा पर पुर्तगाल का नियंत्रण बना रहा। पुर्तगाल ने गोवा को भारत का हिस्सा मानने से इनकार किया और इसे अपना क्षेत्र बताया। इस स्थिति के खिलाफ गोवा में लंबे समय तक जन आंदोलन हुए। कई स्वतंत्रता सेनानियों ने विरोध प्रदर्शन, सत्याग्रह और जन जागरूकता के माध्यम से पुर्तगाली शासन के खिलाफ आवाज उठाई।


आजादी की प्रक्रिया

प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में भारत सरकार ने निर्णायक कदम उठाया। ऑपरेशन विजय दिसंबर 1961 में भारतीय सेना द्वारा शुरू किया गया। इस सैन्य अभियान में थल सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर कार्य किया। लगभग 36 घंटे तक चले इस ऑपरेशन के बाद 19 दिसंबर को गोवा पूरी तरह से स्वतंत्र हो गया। इसके साथ ही सदियों पुराना विदेशी शासन समाप्त हुआ।


महत्वपूर्ण व्यक्तित्व

गोवा की आजादी में पुरुषोत्तम काकोडकर जैसे नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने गोवा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की शाखा का नेतृत्व किया और आजादी के बाद लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने में योगदान दिया। वे बाद में उत्तर गोवा से लोकसभा सांसद भी बने।


गोवा मुक्ति दिवस का उत्सव

गोवा लिबरेशन डे न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता का भी संदेश देता है। इस दिन राज्य भर में कार्यक्रम, परेड और सांस्कृतिक आयोजन होते हैं। लोग स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके बलिदान को याद करते हैं।


पीएम मोदी का संदेश

गोवा लिबरेशन डे 2025 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह दिन अन्याय के खिलाफ साहस और संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान आज भी देश और गोवा के विकास के लिए प्रेरणा देते हैं।




बैंकिंग सेवाओं पर प्रभाव

इस अवसर पर गोवा में बैंक भी बंद रहते हैं। आरबीआई की छुट्टी सूची के अनुसार 19 और 20 दिसंबर को गोवा में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी। यह अवकाश गोवा लिबरेशन डे और अन्य क्षेत्रीय त्योहारों के कारण घोषित किया गया है।