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गौतम अडानी ने जैन मंदिर में पूजा कर SEBI से मिली क्लीन चिट का आभार व्यक्त किया

गौतम अडानी, अडानी ग्रुप के चेयरमैन, ने अपनी पत्नी के साथ अहमदाबाद के एक जैन मंदिर में पूजा की। यह प्रार्थना तब की गई जब उन्हें SEBI से हिंडनबर्ग मामले में क्लीन चिट मिली। अडानी ने इस अवसर पर भगवान का आभार व्यक्त किया और निवेशकों के प्रति सहानुभूति जताई। उन्होंने कहा कि SEBI ने पुष्टि की है कि हिंडनबर्ग के आरोप निराधार थे।
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गौतम अडानी ने जैन मंदिर में पूजा कर SEBI से मिली क्लीन चिट का आभार व्यक्त किया

अडानी परिवार का मंदिर में आभार प्रदर्शन

गौतम अडानी, जो अडानी ग्रुप के चेयरमैन हैं, ने अपनी पत्नी के साथ अहमदाबाद के एक जैन मंदिर में पूजा की। यह प्रार्थना तब की गई जब अडानी ग्रुप को सेबी द्वारा हिंडनबर्ग मामले में क्लीन चिट मिली। एक समाचार चैनल के अनुसार, एक करीबी सूत्र ने बताया कि अडानी ने इस खुशी के मौके पर भगवान का आभार व्यक्त किया। मंदिर में उन्होंने और उनकी पत्नी ने दीया जलाकर और शीश झुका कर ईश्वर का धन्यवाद किया। सूत्र ने कहा कि अडानी परिवार के लिए यह केवल एक नियामक राहत नहीं थी, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी था। यह धैर्य, विश्वास और लचीलेपन की एक शांत जीत थी।


SEBI द्वारा क्लीन चिट का ऐलान

SEBI ने दी क्लीन चिट

गुरुवार को, गौतम अडानी ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा फैलाए गए 'झूठे आरोपों' के लिए माफी मांगने का आग्रह किया। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अडानी ग्रुप को इन आधारहीन आरोपों के लिए क्लीन चिट दी है। सेबी ने स्पष्ट किया कि अडानी ग्रुप ने किसी भी प्रकार से मानदंडों का उल्लंघन नहीं किया है और न ही कोई धोखाधड़ी की है।


निवेशकों के प्रति सहानुभूति

निवेशकों के प्रति जताई सहानुभूति

गौतम अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में ग्रुप की पारदर्शिता और ईमानदारी के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने उन निवेशकों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की, जिन्होंने रिपोर्ट के कारण वित्तीय नुकसान उठाया। अडानी ने लिखा, 'एक विस्तृत जांच के बाद सेबी ने पुष्टि की है कि हिंडनबर्ग के दावे निराधार थे। पारदर्शिता और ईमानदारी हमेशा से अडानी ग्रुप की पहचान रही है। हमें उन निवेशकों का दर्द महसूस होता है जिन्होंने इस धोखाधड़ी और प्रेरित रिपोर्ट के कारण पैसे खो दिए। झूठी कहानियां फैलाने वालों को देश से माफी मांगनी चाहिए। भारत के संस्थानों, भारत के लोगों और राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। सत्यमेव जयते! जय हिन्द!