ग्रेटर नोएडा में तांत्रिक नरेश प्रजापति हत्या का खुलासा, पांच आरोपी गिरफ्तार

हत्या का मामला और गिरफ्तारी
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के थाना बिसरख पुलिस ने नरेश प्रजापति की हत्या के मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस मुठभेड़ में दो बदमाशों को गोली लगी है। उनके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई कार, मोबाइल फोन, धारदार हथियार और अन्य सामान बरामद किया गया है। आरोपियों ने नरेश की हत्या के बाद उसके शव को बुलंदशहर के नरसैना क्षेत्र में फेंक दिया था। नरेश को तांत्रिक के रूप में जाना जाता था और वह ग्रेटर नोएडा के रोजा जलालपुर गांव का निवासी था।
मुठभेड़ की घटना
डिवाइडर से टकराई कार
डीसीपी सेंट्रल नोएडा, शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि बिसरख पुलिस ने चिपियाना बुजुर्ग के पास चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध स्विफ्ट डिजायर कार को रुकने का इशारा किया। कार में सवार बदमाशों ने रुकने से इनकार किया और भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा किया, जिसके बाद कार डिवाइडर से टकरा गई। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिससे दो बदमाश घायल हो गए।
आरोपियों की पहचान
पकड़े गए बदमाशों की पहचान
घायल बदमाशों की पहचान नीरज और सुनील कुमार के रूप में हुई है। इनके तीन अन्य साथी सौरभ कुमार, प्रवीण शर्मा और प्रवीण मावी को भी मौके पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान बदमाशों ने पूरी घटना का खुलासा किया है। यह हत्या एक साजिश के तहत की गई थी।
हत्या की साजिश का खुलासा
प्रवीण की पत्नी का संबंध
पुलिस पूछताछ में यह सामने आया कि मुख्य साजिशकर्ता प्रवीण शर्मा की पत्नी तांत्रिक नरेश प्रजापति के संपर्क में थी। नरेश ने उसे वशीकरण का शिकार बना लिया था, जिससे प्रवीण आहत हुआ और उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर नरेश की हत्या की योजना बनाई। आरोपियों को हत्या के बदले प्लॉट और लग्जरी गाड़ी का प्रलोभन दिया गया था।
हत्या की योजना का विवरण
16 जुलाई को बनाई गई योजना
हत्या की योजना 16 जुलाई को बनाई गई थी। 2 अगस्त को नरेश को पूजा के बहाने कार में बैठाया गया और सुनसान स्थान पर गला दबाकर और धारदार हथियार से वार कर उसकी हत्या कर दी गई। शव को बुलंदशहर की नहर में झाड़ियों के बीच फेंक दिया गया। घटना के बाद परिजन शव लेकर ग्रेटर नोएडा पहुंचे और बिसरख थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले का खुलासा किया।
पुलिस से बचने की चालाकी
कीपैड मोबाइल का उपयोग
आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए चालाकी से साजिश रची थी। 2 अगस्त को नरेश को फोन करने के लिए उन्होंने एक नया सिम कार्ड खरीदा और उसे किसी स्मार्टफोन में न लगाकर कीपैड मोबाइल में लगाया। इसके बाद उसी से नरेश को पूजा करने के बहाने बुलाया गया।