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ग्रेटर नोएडा में मां-बेटे की आत्महत्या: घटना ने सभी को किया स्तब्ध

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ऐस सिटी सोसायटी में मां-बेटे की आत्महत्या की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। इस दुखद घटना के पीछे मानसिक स्वास्थ्य और अकेलेपन के मुद्दे छिपे हैं। जानें इस घटना के कारण और इसके प्रभाव पर मनोचिकित्सकों की राय।
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ग्रेटर नोएडा में मां-बेटे की आत्महत्या: घटना ने सभी को किया स्तब्ध

मां-बेटे का अंतिम संस्कार

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ऐस सिटी सोसायटी में आत्महत्या करने वाले मां-बेटे का अंतिम संस्कार रविवार को उत्तराखंड के काशीपुर के गढ़ी नेगी गांव में किया गया। इस दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट परिवार को सौंप दी है, लेकिन सोसायटी में रहने वाले लोगों के मन में क्या चल रहा है, इसे समझना दिन-ब-दिन कठिन होता जा रहा है।


पड़ोसी से अंतिम मुलाकात

जांच के दौरान पता चला कि आत्महत्या से पहले महिला साक्षी ने अपनी पड़ोसी से मुलाकात की थी। उनकी घरेलू सहायिका छुट्टी पर थी, इसलिए उन्होंने पड़ोसी की सहायिका से घर की सफाई कराने के लिए कहा। उस समय पड़ोसी को यह अंदाजा नहीं था कि कुछ ही मिनटों में साक्षी अपने बेटे दक्ष के साथ ऐसा कदम उठाने वाली हैं।


आत्महत्या का कारण

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ऐस सिटी सोसायटी के ई टावर में रहने वाले दर्पण चावला ने बताया कि शनिवार सुबह लगभग 10 बजे उनकी पत्नी साक्षी ने बेटे दक्ष के साथ 13वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। दक्ष मानसिक रूप से बीमार था, और उसकी बीमारी के कारण साक्षी काफी परेशान रहती थीं। उन्होंने कई जगह इलाज कराया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इस स्थिति से तंग आकर उन्होंने यह कदम उठाया।


अकेलापन और मानसिक स्वास्थ्य

मनोचिकित्सक आनंद सिंह के अनुसार, शहर की सोसायटी में रहने वाले लोग अकेलेपन का शिकार हो रहे हैं। छोटी-छोटी बातों पर लोग खुद को अकेला महसूस कर आत्महत्या कर रहे हैं। ऐसे में काउंसलिंग भी प्रभावी नहीं हो रही है। यह आवश्यक है कि लोग अकेलेपन को अपने ऊपर हावी न होने दें।