Newzfatafatlogo

ग्रेटा थनबर्ग का इजरायल से निर्वासन: गाजा में मानवीय संकट पर चिंता

स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को इजरायल से निर्वासित कर दिया गया है। गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के प्रयास में उनकी नाव 'मैडलीन' को इजरायल डिफेंस फोर्स ने रोक लिया था। थनबर्ग ने गाजा के लोगों की स्थिति को गंभीर बताया और हिरासत के दौरान अपने अनुभव साझा किए। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और गाजा में चल रहे संकट के बारे में।
 | 
ग्रेटा थनबर्ग का इजरायल से निर्वासन: गाजा में मानवीय संकट पर चिंता

ग्रेटा थनबर्ग का इजरायल में अनुभव

स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और उनके साथ 11 अन्य सदस्यों को ले जा रही नाव, 'मैडलीन', को इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने रोक लिया। गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के प्रयास में जुटे इस जहाज को जब्त करने के बाद थनबर्ग को निर्वासित कर दिया गया। उन्होंने फ्रांस पहुंचकर स्वीडन लौटने का निर्णय लिया और गाजा के लोगों की स्थिति को अत्यंत गंभीर बताया। इजरायल ने अपनी संप्रभुता का हवाला देते हुए सभी 12 यात्रियों को हिरासत में लिया। बताया गया है कि उन्हें 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले का वीडियो दिखाया गया, जिसमें इजरायली सेना ने उन्हें बताया कि वे किसका समर्थन कर रहे हैं।


मानवीय सहायता पर प्रभाव

इजरायली नौसेना ने यमन के हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले होदेदा बंदरगाह पर मंगलवार को मिसाइल हमला किया, जिससे मानवीय सहायता की आपूर्ति प्रभावित होने की आशंका है। थनबर्ग ने हिरासत के दौरान की स्थिति को अराजक और अनिश्चित बताया। उन्होंने कहा कि जो अनुभव उन्होंने किया, वह गाजा में लोगों के सामने आ रही चुनौतियों की तुलना में कुछ भी नहीं है। थनबर्ग ने कहा कि वे गाजा में सहायता पहुंचाने के अपने प्रयास जारी रखेंगे।


इजरायल के विदेश मंत्रालय की जानकारी

इजरायल के विदेश मंत्रालय के अनुसार, सोमवार शाम को इस जहाज को इजरायल के अशदोद बंदरगाह पर लाया गया। थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले कानूनी समूह अदाला ने बताया कि थनबर्ग, दो अन्य कार्यकर्ता और एक पत्रकार निर्वासन के लिए सहमत हो गए हैं। वहीं, अन्य कार्यकर्ताओं ने निर्वासन से इनकार कर दिया है और उन्हें हिरासत में रखा गया है। यूरोपीय संसद की फ्रांसीसी सदस्य रीमा हसन भी इस जहाज पर मौजूद थीं।