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चंडीगढ़ में बायोकैमिस्ट्री विभाग में नई तकनीक का उद्घाटन

चंडीगढ़ के सरकारी मेडिकल कॉलेज में बायोकैमिस्ट्री विभाग में एक अत्याधुनिक लिक्विड क्रोमैटोग्राफी-टैन्डम मास स्पेक्ट्रोमेट्री उपकरण का उद्घाटन किया गया। इस नई तकनीक से नवजात मेटाबॉलिक विकारों का प्रारंभिक पता लगाने में मदद मिलेगी, जिससे उच्च जोखिम वाले शिशुओं के लिए समय पर उपचार संभव होगा। इसके अलावा, एंटी-एपिलेप्टिक दवाओं की थेराप्यूटिक ड्रग मॉनिटरिंग भी शुरू की गई है, जो रोगियों के लिए सटीक परिणाम प्रदान करेगी।
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चंडीगढ़ में बायोकैमिस्ट्री विभाग में नई तकनीक का उद्घाटन

उद्घाटन समारोह की जानकारी


चंडीगढ़ समाचार: सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सेक्टर-32, चंडीगढ़ के बायोकैमिस्ट्री विभाग में आज एक अत्याधुनिक लिक्विड क्रोमैटोग्राफी-टैन्डम मास स्पेक्ट्रोमेट्री उपकरण का उद्घाटन गृह सचिव मनदीप सिंह बराड़ द्वारा किया गया।


यह उद्घाटन समारोह ई-ब्लॉक में आयोजित हुआ, जिसमें जी.एम.सी.एच. के निदेशक प्रिंसिपल प्रो. जी. पी. थामी और अन्य फैकल्टी सदस्य भी उपस्थित थे।


इस नए प्लेटफॉर्म के साथ, यह संस्थान उन चुनिंदा सरकारी मेडिकल कॉलेजों में शामिल हो गया है, जहाँ यह उन्नत डायग्नोस्टिक तकनीक उपलब्ध है। यह उपकरण बायोकैमिस्ट्री विभाग की डायग्नोस्टिक क्षमताओं को काफी बढ़ाएगा।


विभाग ने अब विस्तृत नवजात मेटाबॉलिक स्क्रीनिंग शुरू कर दी है, जिससे एक ही सूखे रक्त की बूँद से 40 से अधिक आनुवांशिक मेटाबॉलिक विकारों का प्रारंभिक पता लगाया जा सकता है। यह उच्च जोखिम वाले शिशुओं के लिए समय पर उपचार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।


इस तकनीक के माध्यम से, बायोकैमिस्ट्री विभाग ने एंटी-एपिलेप्टिक दवाओं की थेराप्यूटिक ड्रग मॉनिटरिंग भी शुरू की है, जिससे विभिन्न क्लीनिकल विभागों के रोगियों के लिए सटीक परिणाम प्राप्त होंगे। यह स्थापना जी.एम.सी.एच. की क्षेत्र में अत्याधुनिक, साक्ष्य-आधारित डायग्नोस्टिक सेवाएँ प्रदान करने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।