चंडीगढ़ में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध: पर्यावरण संरक्षण की चुनौती

सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध और जागरूकता कार्यक्रम
चंडीगढ़ में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध, फिर भी वितरण नेटवर्क मजबूत: पर्यावरण संरक्षण की चुनौती: वर्ल्ड एन्वायर्नमेंट डे की थीम 'बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन' है, जिसके तहत विश्वभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। चंडीगढ़ में भी विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने की योजना है। लेकिन क्या हम वास्तव में पर्यावरण की रक्षा में योगदान दे रहे हैं?
क्या हम उन चीजों का उपयोग रोक पा रहे हैं जो पर्यावरण के लिए खतरा बन रही हैं? अधिकांश उत्तर 'नहीं' में ही होगा। यही कारण है कि प्लास्टिक और पॉलीथीन का उपयोग अभी भी जारी है। चंडीगढ़ का हर निवासी सालाना लगभग 5 किलो प्लास्टिक कचरा उत्पन्न कर रहा है।
यह स्थिति तब है जब चंडीगढ़ में कई प्रकार के सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम्स पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। इसके बावजूद, कई दुकानों में ये आसानी से उपलब्ध हैं। प्रतिबंध के कारण प्लास्टिक और पॉलीथीन का उपयोग कम हुआ है, और बाजार में बड़े पॉलीथीन बैग्स की जगह कागज या कपड़े के बैग्स दिखाई दे रहे हैं।
हालांकि, नियमित निगरानी की कमी के कारण पॉलीथीन का उपयोग पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। हाल ही में हुई बैठक में प्रस्ताव रखा गया है कि चंडीगढ़ पुलिस सीमा क्षेत्र में ऐसे सामानों को रोकने के लिए कार्रवाई करे, और यदि कोई वाहन चंडीगढ़ में प्रवेश करता है, तो उसका चालान किया जाए और सामान जब्त किया जाए।
प्लास्टिक और पॉलीथीन पर प्रतिबंध के लिए आवश्यक कदम
प्लास्टिक और पॉलीथीन पर प्रतिबंध के लिए ये जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए:
- वितरण नेटवर्क को समाप्त करना आवश्यक है। चूंकि मैन्यूफैक्चरिंग यहां नहीं है, इसलिए प्रवर्तन में सख्ती जरूरी है।
- जिन स्थानों पर अधिक पॉलीथीन का उपयोग होता है, जैसे मंडी, वहां नियमित चेकिंग और चालान किया जाना चाहिए।
- रेस्टोरेंट्स और खाने-पीने के स्थानों पर नियमित निगरानी की जानी चाहिए। चंडीगढ़ में बायोडिग्रेडेबल पॉलीथीन के लिए प्रोत्साहन आधारित उद्योग की स्थापना की जानी चाहिए।
प्रतिबंध का प्रभाव
प्रतिबंध का प्रभाव:
- जूस विक्रेता अब कांच या गत्ते के गिलास में जूस पेश कर रहे हैं। किराना और कपड़े की दुकानों में पॉलीथीन के बजाय कागज या कपड़े के बैग में सामान दिया जा रहा है।
- अधिकांश ब्रांडेड दुकानों में मोटी पॉलीथीन बैग्स का उपयोग पूरी तरह से बंद हो गया है। ऑनलाइन सामान देने वाली कंपनियां भी अधिकांश सामान कागज के बैग में दे रही हैं।
प्रतिबंध का प्रभावी न होना
प्रतिबंध का प्रभावी न होना:
- ऑनलाइन फूड डिलीवरी में प्लास्टिक के बाउल, चम्मच और प्लेट का उपयोग हो रहा है।
- सब्जी विक्रेता बैन पॉलीथीन में सब्जियां दे रहे हैं।
- शराब की दुकानों और खाने-पीने के स्थानों में प्लास्टिक के गिलास बिक रहे हैं।
छोटे बदलावों से बड़ा परिवर्तन
छोटे बदलावों से बड़ा परिवर्तन संभव:
सौरभ कुमार, चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरस्ट और चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन चंडीगढ़ के अनुसार, आदतों में बदलाव पर्यावरण के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसलिए सभी शहरवासियों से अपील है कि वे सिंगल यूज प्लास्टिक से बचें और इसके स्थान पर ईको-फ्रेंडली उत्पादों को अपनाएं। हम सभी मिलकर प्लास्टिक और पॉलीथीन का उपयोग समाप्त कर सकते हैं। बाजार में जिस चीज की मांग कम होती है, वह धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है। छोटे-छोटे बदलाव करके हम बड़े बदलाव की ओर बढ़ सकते हैं। चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलीथीन की निगरानी के लिए तकनीकी उपायों को बढ़ाएगी।
(सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार चंडीगढ़ में)