चंद्र ग्रहण: जानें इसके प्रभाव और देखने के तरीके

चंद्र ग्रहण का महत्व
बचपन से हम सुनते आ रहे हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान दिन में अंधेरा छा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के समय क्या होता है? चंद्र ग्रहण की कई घटनाएं दर्ज की गई हैं। इस साल का पहला चंद्र ग्रहण मई में हुआ था, और आज रात 9:58 बजे से शुरू होकर सुबह 1:26 बजे तक रहेगा।
सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण में अंतर
सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण दिन के समय होता है, जब चाँद सूरज और पृथ्वी के बीच आ जाता है, जिससे सूरज की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुँच पाती। इस दौरान दिन में अचानक अंधेरा सा हो जाता है, जैसे शाम का समय। लोग इसे देखने के लिए सुरक्षा चश्मा पहनते हैं, क्योंकि बिना चश्मे के सूरज को देखना आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है।
चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण रात में होता है, जब पृथ्वी सूरज और चाँद के बीच आ जाती है। इस स्थिति में पृथ्वी की छाया चाँद पर पड़ती है। रात का समय सामान्य रहता है, लेकिन चाँद धीरे-धीरे लाल या काला दिखाई देने लगता है, जिसे Blood Moon कहा जाता है। चाँद की रोशनी कम होने के कारण आसमान और तारे अधिक स्पष्ट और चमकदार दिखते हैं। चंद्र ग्रहण को बिना चश्मे के भी देखा जा सकता है, क्योंकि इसमें कोई हानिकारक किरणें नहीं होतीं।
चंद्र ग्रहण देखने के तरीके
चंद्र ग्रहण देखने के लिए आपको डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप इसे निम्नलिखित तरीकों से देख सकते हैं:
1. बिना चश्मे के देख सकते हैं।
2. बाइनोक्युलर या टेलीस्कोप का उपयोग करें, यदि आप चाँद की सतह के बदलाव और Blood Moon को करीब से देखना चाहते हैं।
3. कैमरे या मोबाइल से फोटो या वीडियो रिकॉर्ड करें। मोबाइल या DSLR कैमरे से चंद्र ग्रहण को कैद किया जा सकता है।
4. ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग और ऐप्स का उपयोग करें। कई अंतरराष्ट्रीय और भारतीय स्पेस एजेंसियां चंद्र ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग करती हैं। यदि मौसम खराब हो, तो आप इसे ऑनलाइन देख सकते हैं।