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चक्रवात 'मोंथा' का आंध्र प्रदेश पर असर: भारी बारिश और कर्फ्यू की स्थिति

चक्रवात 'मोंथा' ने आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं का कहर बरपाया है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि तूफान कमजोर होकर सामान्य चक्रवाती तूफान में बदल गया है। आंध्र प्रदेश सरकार ने कई जिलों में कर्फ्यू लागू किया है और राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। ओडिशा में भी चक्रवात का असर देखा जा रहा है, जहां 2,000 से अधिक राहत केंद्र खोले गए हैं। जानें इस चक्रवात से संबंधित सभी ताजा अपडेट और सुरक्षा उपाय।
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चक्रवात 'मोंथा' का आंध्र प्रदेश पर असर: भारी बारिश और कर्फ्यू की स्थिति

चक्रवात 'मोंथा' की स्थिति


नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को बताया कि गंभीर चक्रवाती तूफान 'मोंथा' आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने के बाद कमजोर होकर सामान्य चक्रवाती तूफान में बदल गया है। इस दौरान राज्य के कई तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाएं देखने को मिलीं।


IMD के अनुसार, तूफान 'मोंथा' उत्तर-पश्चिम दिशा में 10 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ते हुए आंध्र तट को पार कर गया। मौसम विभाग के 2:30 बजे के अपडेट में बताया गया कि तूफान का केंद्र नरसापुर से लगभग 20 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम, मछलीपट्टनम से 50 किमी उत्तर-पूर्व और काकीनाडा से 90 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में था। मछलीपट्टनम और विशाखापत्तनम के डॉपलर रडारों से तूफान की स्थिति पर लगातार निगरानी की जा रही है।


चक्रवात की तीव्रता में कमी

अधिकारियों ने बताया कि जैसे-जैसे तूफान आंतरिक क्षेत्रों की ओर बढ़ा, उसकी तीव्रता में कमी आई। पश्चिम गोदावरी, कृष्णा और पूर्वी गोदावरी जिलों में तेज हवाओं और भारी वर्षा का प्रभाव जारी है। निचले इलाकों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।


IMD के अपडेट के अनुसार, चक्रवात 'मोंथा' ने मछलीपट्टनम और कलींगपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश और यानम तट को पार किया। तूफान के कारण कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए और बिजली की आपूर्ति बाधित हुई।


आंध्र प्रदेश में कर्फ्यू की घोषणा

आंध्र प्रदेश सरकार ने सात जिलों- कृष्णा, एलुरु, पूर्वी गोदावरी, पश्चिम गोदावरी, काकीनाडा, डॉ. बी.आर. अंबेडकर कोनसीमा और अल्लूरी सीताराम राजू (चिंतूर और रामपचोदवरम डिवीजनों)- में मंगलवार रात 8:30 बजे से बुधवार सुबह 6 बजे तक सभी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। केवल आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को इस कर्फ्यू से छूट दी गई है। प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।


बिजली और यातायात पर प्रभाव

मछलीपट्टनम में तेज हवाओं के कारण पाम के पेड़ बिजली की लाइनों पर गिर गए, जिससे बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। अधिकारी इसे ठीक करने में जुटे हुए हैं।


भारी बारिश और परिवहन में रुकावट

चक्रवात के प्रभाव से मछलीपट्टनम में सुबह 8:30 बजे तक 5.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि नरसापुर में 9.8 मिमी, तुनी में 15.6 मिमी, काकीनाडा में 5.7 मिमी और विशाखापत्तनम में 0.2 मिमी वर्षा हुई। नेल्लोर जिले में लगातार 36 घंटे से बारिश जारी है। एक अधिकारी ने बताया कि अगले 12 घंटों में भारी वर्षा की संभावना है। कोनसीमा जिले के माकनगुडेम गांव में तेज हवाओं के कारण एक पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई।


तेज तूफान के कारण विशाखापत्तनम एयरपोर्ट से 32 उड़ानें, विजयवाड़ा से 16 और तिरुपति से 4 फ्लाइट रद्द की गईं। दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) जोन में सोमवार और मंगलवार को कुल 120 ट्रेनें रद्द की गईं। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 45 टीमें तैनात की गई हैं।


ओडिशा में राहत केंद्रों की स्थापना

आंध्र प्रदेश से सटे ओडिशा में भी चक्रवात 'मोंथा' का प्रभाव महसूस किया जा रहा है। मुख्यमंत्री मोहन चरण मज्ही ने कहा कि राज्य सरकार ने आठ दक्षिणी जिलों में 2,000 से अधिक आपदा राहत केंद्र खोले हैं। अब तक 11,396 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि देवमाली और महेन्द्रगिरी जैसे पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। नौ जिलों में स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र 30 अक्टूबर तक बंद रहेंगे।


ट्रेनें रद्द और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

ईस्ट कोस्ट रेलवे ने वॉल्टेयर क्षेत्र और उससे जुड़े मार्गों पर कुछ ट्रेनों को रद्द, डायवर्ट या शॉर्ट-टर्मिनेट किया है। राज्य सरकार ने 30 अक्टूबर तक सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को ईस्ट कोस्ट रेलवे और साउथ सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन नियमन के लिए बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।


IMD द्वारा अलर्ट जारी

IMD ने मंगलवार को ओडिशा के मलकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, गजपति और गंजाम जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, नबरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, नयागढ़, बौध, खुर्दा, पुरी और बोलांगीर सहित कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अंगुल, कटक, जगतसिंहपुर, केनड्रापाड़ा, भद्रक, बालासोर और सुंदरगढ़ जैसे जिलों में येलो वार्निंग के तहत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।