चमोली में बारिश से भारी तबाही, गौशाला और मकान हुए क्षतिग्रस्त
चमोली में बारिश का कहर
चमोली जिले के नंदानगर विकासखंड में हाल ही में हुई भारी बारिश ने क्षेत्र में व्यापक नुकसान पहुंचाया है। मोक्ष गाड का उफान जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित कर रहा है, जिसके चलते एक गौशाला पूरी तरह से ढह गई और 11 मकान खतरे में आ गए हैं। इसके अलावा, फसलों को भी गंभीर नुकसान हुआ है।मंगलवार की सुबह लगभग चार बजे, मूसलधार बारिश के बाद मोख मल्ला के बगड़ तोक में सिरपाख नाले का जलस्तर तेजी से बढ़ गया। नाले का पानी मोक्ष गाड तक पहुंच गया, जिससे नदी का जलस्तर भी असामान्य रूप से ऊंचा हो गया। इसके परिणामस्वरूप धुर्मा, सेरा और मोख मल्ला के बगड़ तोक में भारी नुकसान हुआ है।
गदेरे का पानी अब सड़कों तक पहुंच चुका था, जिससे लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागने लगे। नाले के आसपास के खेत बुरी तरह बर्बाद हो गए हैं और फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इस घटना के बाद ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई और कई लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने इस आपदा के तुरंत बाद प्रशासनिक टीम को घटनास्थल पर भेजा। एसडीएम आरके पांडे के नेतृत्व में टीम ने स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन की रिपोर्ट में बताया गया है कि मोक्ष नदी के बढ़े हुए जलस्तर के कारण धुर्मा गांव में एक गौशाला पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं, मोख मल्ला के बगड़ तोक में छह आवासीय भवन, धुर्मा में तीन और सेरा गांव में दो आवासीय भवन नदी के कटाव की चपेट में आकर खतरे में हैं।
इसके अलावा, भारी बारिश के कारण सेरा-मोख धुर्मा मोटर मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। नंदानगर-नंदप्रयाग मोटर मार्ग सैतोली के पास अवरुद्ध हो गया है और नंदानगर भेंटी मोटर मार्ग भी कई स्थानों पर बाधित है। इन मार्गों के बंद होने से स्थानीय जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। साथ ही, क्षेत्र की कई अन्य लिंक सड़कें भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।