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चिराग पासवान का मोबाइल बंद, NDA में सीट बंटवारे पर बढ़ा तनाव

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का मोबाइल फोन बंद होने की खबर ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। यह घटना NDA गठबंधन के भीतर चल रहे तनाव को दर्शाती है, खासकर सीट बंटवारे को लेकर। चिराग पासवान के हालिया बयानों ने BJP और अन्य सहयोगियों के साथ मतभेद की अटकलें बढ़ा दी हैं। इस बीच, धर्मेंद्र प्रधान की सक्रियता और अन्य नेताओं के साथ मुलाकातें इस स्थिति को और जटिल बना रही हैं। जानें इस राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
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चिराग पासवान का मोबाइल बंद, NDA में सीट बंटवारे पर बढ़ा तनाव

चिराग पासवान का मोबाइल फोन बंद

पटना। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने मोबाइल फोन को बंद कर दिया है। यह जानकारी सुबह से सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है। यह घटना बिहार की राजनीति में NDA गठबंधन के भीतर चल रहे तनाव से जुड़ी मानी जा रही है। इस बीच, राजनीतिक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में हलचल बढ़ गई है।


NDA में सीट बंटवारे की जटिलताएँ

यह स्थिति बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) से पहले NDA के भीतर की कलह को दर्शाती है। हाल ही में चिराग पासवान ने आरक्षण और अन्य मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए हैं, जिससे BJP और अन्य सहयोगियों के बीच मतभेद की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सीट बंटवारे की प्रक्रिया उतनी सरल नहीं लग रही है, जितनी पहले समझी जा रही थी। चिराग पासवान का मोबाइल बंद होना इस समय चर्चा का विषय है, क्योंकि रविवार को एनडीए की सीट शेयरिंग पर सभी दलों में गंभीर चर्चा चल रही है। बिहार भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान अन्य गठबंधन दलों के नेताओं से मिल रहे हैं。


धर्मेंद्र प्रधान की सक्रियता

मांझी से मिलने पहुंचे धर्मेंद्र प्रधान और विनोद तावड़े

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) के पहले राजग में सीट बंटवारे को लेकर रविवार को धर्मेंद्र प्रधान की सक्रियता सुर्खियों में है। रविवार को सुबह भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में एक बैठक हुई थी, जिसमें केवल पांच सीटों पर चर्चा हुई थी और बाकी बात शाम के लिए टाल दी गई। इस बीच, बिहार भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी आदि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से मिलने पहुंचे। बैठक के बाद मांझी ने जल्द ही सीट बंटवारे के फाइनल होने की बात कही। बताया जा रहा है कि जीतन राम मांझी और चिराग पासवान कुछ सीटों को लेकर टकराव में हैं, जिसका समाधान निकाला जा रहा है。


भाजपा नेताओं की मुलाकातें

जीतन राम मांझी के बाद उपेंद्र कुशवाहा से मिले भाजपा नेता

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Elections 2025) में भारतीय जनता पार्टी की भूमिका प्रमुख दिखाई दे रही है। सीट बंटवारे पर महत्वपूर्ण निर्णय भाजपा द्वारा ही लिया जाना है। सभी दलों के बीच समन्वय में भी भाजपा की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए, रविवार को धर्मेंद्र प्रधान ने जीतन राम मांझी से मुलाकात के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से भी मुलाकात की। इस मुलाकात में भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा भी शामिल थे। इससे पहले ऋतुराज ने उपेंद्र कुशवाहा और पवन सिंह की मुलाकात में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।