Newzfatafatlogo

चीन की अमेरिका के ईरान पर हवाई हमलों पर कड़ी प्रतिक्रिया

चीन ने अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु स्थलों पर किए गए हवाई हमलों की कड़ी निंदा की है। चीनी विदेश मंत्रालय ने इसे अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है। चीन ने इजरायल से युद्धविराम की अपील की है और मध्य पूर्व में शांति बहाल करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस हमले को सफल बताया है, जबकि चीन ने इस पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। जानें इस जटिल स्थिति के बारे में और क्या हो सकता है आगे।
 | 
चीन की अमेरिका के ईरान पर हवाई हमलों पर कड़ी प्रतिक्रिया

चीन की प्रतिक्रिया

चीन की प्रतिक्रिया: अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु स्थलों पर किए गए हवाई हमलों पर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि अमेरिका का यह हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतर्राष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का उल्लंघन है।


युद्धविराम की अपील

जल्द से जल्द हो युद्धविराम

लिन जियान ने कहा, "चीन सभी पक्षों, विशेषकर इजरायल से युद्धविराम की अपील करता है, ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और बातचीत का रास्ता खोला जा सके। चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए तैयार है।"


अमेरिका का हमला

यह घटनाक्रम तब हुआ जब अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, इस्फ़हान और नतांज़ परमाणु स्थलों को निशाना बनाया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह हमला "बहुत सफल" रहा और ईरान द्वारा जवाबी कार्रवाई की स्थिति में अतिरिक्त हमलों की चेतावनी दी।


चीन की चिंताएं

ईरानी तेल का बड़ा आयातक

चीन ने ईरान, इज़राइल और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है, क्योंकि चीन के तेल आयात का लगभग 45 प्रतिशत हिस्सा होर्मुज जलडमरूमध्य से होकर गुजरता है। इस मार्ग में कोई भी व्यवधान वैश्विक तेल आपूर्ति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।


शी जिनपिंग की बातचीत

बढ़ते तनाव के बीच, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने तत्काल युद्धविराम की आवश्यकता पर जोर दिया।