चीन ने पाकिस्तान को भारत के खिलाफ खुफिया जानकारी प्रदान की: रक्षा मंत्री
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया है कि चीन ने भारत के साथ सैन्य मुठभेड़ों के दौरान इस्लामाबाद को महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी प्रदान की। इस जानकारी ने पाकिस्तान को अपनी रणनीतिक तैयारियों को मजबूत करने में मदद की। आसिफ ने बताया कि भारत के साथ संघर्ष के बाद से पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है और सुरक्षा चिंताओं के चलते चीन के साथ खुफिया सहयोग बढ़ा है। यह बयान जम्मू-कश्मीर में हालिया आतंकी हमले के बाद की सैन्य गतिविधियों के संदर्भ में आया है।
Jun 27, 2025, 17:27 IST
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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बड़ा खुलासा
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यह स्वीकार किया है कि चीन ने भारत के साथ सैन्य टकराव के दौरान इस्लामाबाद को महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी उपलब्ध कराई थी। इस जानकारी में भारत की वायु रक्षा प्रणालियों से संबंधित विवरण शामिल थे, जिसने पाकिस्तान को तनाव के समय अपनी रणनीतिक तैयारियों को मजबूत करने में सहायता की। एक साक्षात्कार में ख्वाजा आसिफ ने बताया कि भारत के साथ एक संक्षिप्त संघर्ष के बाद पाकिस्तान हाई अलर्ट पर रहा और उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजिंग ने भारत की रक्षा क्षमताओं से जुड़ी खुफिया जानकारी साझा करके इस्लामाबाद की मदद की है।
सुरक्षा चिंताओं का साझा करना
आसिफ ने कहा कि भारत के साथ संक्षिप्त युद्ध के बाद से पाकिस्तान ने अपनी चौकसी को कम नहीं किया है। उन्होंने बताया कि रणनीतिक सहयोगी राष्ट्र अक्सर एक-दूसरे के साथ खुफिया जानकारी साझा करते हैं, और यही चीन के साथ भी किया गया है। आसिफ ने आगे कहा कि सैटेलाइट इमेजरी और खतरे के आकलन जैसे संवेदनशील डेटा का आदान-प्रदान उन देशों के बीच सामान्य है जो अपने रणनीतिक हित साझा करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान और चीन दोनों की भारत के प्रति सुरक्षा चिंताएँ हैं, जिसने घनिष्ठ खुफिया सहयोग को बढ़ावा दिया है।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ती सैन्य गतिविधियाँ
यह बयान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती सैन्य गतिविधियों के संदर्भ में आया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसमें सीमा पार आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया। इसके बाद पाकिस्तान ने सीमा पार से भारी गोलाबारी की, जिसमें नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर नागरिक क्षेत्रों पर हमले भी शामिल थे। भारतीय सेना ने भी जोरदार जवाबी कार्रवाई की, जिसमें भारतीय मिसाइलों ने 11 पाकिस्तानी एयरबेसों पर हमला किया और उन्हें नष्ट कर दिया, जिससे इस्लामाबाद को आगे की कार्रवाई से पीछे हटना पड़ा।