चीन ने पेश किए नए 'भेड़िया रोबोट', युद्धक्षेत्र में बदलाव की संभावना

चीन का सैन्य आधुनिकीकरण
चीन ने अपनी सेना के आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए नए 'भेड़िया रोबोटों' का अनावरण किया है। ये रोबोट लक्ष्य तक चुपचाप पहुंचने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। हाल ही में, इन रोबोटों को पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के एक सैन्य अभ्यास के दौरान प्रदर्शित किया गया, जिसने वैश्विक सैन्य समुदाय में हलचल मचा दी।इन भेड़िया रोबोटों को पहली बार 2024 में एयरोशो चीन 2024 में दिखाया गया था, लेकिन अब ये सैन्य अभ्यास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुके हैं। ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, ये 70 किलोग्राम वजनी रोबोट न केवल लक्ष्य को बेअसर कर सकते हैं, बल्कि टोही मिशन भी संचालित कर सकते हैं।
इनकी क्षमताओं में परिवहन और सहायता मिशन भी शामिल हैं, जिससे ये युद्धक्षेत्र में सैनिकों के लिए एक बहुउद्देशीय साथी बन जाते हैं।
ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि इन रोबोटों में जटिल इलाकों में उच्च गतिशीलता और अनुकूलन क्षमता है, जिससे ये शहरी और पहाड़ी क्षेत्रों में प्रभावी बनते हैं।
इन रोबोटों की समन्वित कार्यप्रणाली उन्हें दुश्मन के लिए अप्रत्याशित खतरे में बदल देती है।
चीनी सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि इन रोबोटों की तैनाती से युद्ध के स्वरूप में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं।
हाल ही में PLA के सैन्य अभ्यास में, भेड़िया रोबोटों और ड्रोनों ने मिलकर लड़ाकू अभियानों को अंजाम दिया।
ब्रिगेड के सदस्य हू ते ने कहा कि यह पहला अवसर था जब उन्होंने रोबोट भेड़ियों को कमांड किया। यह चीन के मानव-रोबोट युद्ध के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जहां मशीनें सैनिकों के लिए सहायक प्रणाली के रूप में कार्य करेंगी।