चीन ने भारत-पाक संघर्ष पर उठे सवालों का किया खंडन
हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष में चीन ने उठे सवालों का खंडन किया है। चीनी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि भारत द्वारा बरामद की गई मिसाइल एक निर्यात उपकरण है। इसके अलावा, उन्होंने दोनों देशों के बीच शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है और भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें।
May 30, 2025, 13:35 IST
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चीन की प्रतिक्रिया
हाल ही में भारत के साथ हुए संघर्ष में पाकिस्तान द्वारा उपयोग किए गए चीनी हथियारों के बारे में पूछे गए सवालों का चीनी सेना ने जवाब नहीं दिया। भारत द्वारा रडार-निर्देशित मिसाइल पीएल-15ई के बरामद होने की खबरों को नजरअंदाज करते हुए, चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल झांग शियाओगांग ने कहा कि यह मिसाइल एक निर्यात उपकरण है और इसे कई बार रक्षा प्रदर्शनियों में प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान ऐसे पड़ोसी हैं जिन्हें अलग नहीं किया जा सकता और दोनों देशों को शांत और संयमित रहने की आवश्यकता है।
चीनी सेना ने सवालों का खंडन किया
प्रवक्ता ने भारतीय अधिकारियों के उस दावे पर भी सवालों का जवाब नहीं दिया जिसमें कहा गया था कि चीन ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता प्रदान की थी। झांग ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध जटिल हैं और दोनों पक्षों को स्थिति को और बिगाड़ने से बचना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि चीनी पक्ष क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखने में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
भारत का ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी, भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इसके जवाब में, पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, जिसका भारतीय पक्ष ने कड़ा जवाब दिया। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता बनकर उभरा है, जिसने 2020 से 2024 के बीच पाकिस्तान की हथियारों की खरीद का 81 प्रतिशत हिस्सा हासिल किया है।