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चीन में पाकिस्तानी नेताओं की गतिविधियों में तेजी, SCO सम्मेलन के बाद की चर्चा

चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन के बाद पाकिस्तानी नेताओं की गतिविधियाँ तेजी से बढ़ी हैं। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर की मुलाकातें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ महत्वपूर्ण कूटनीतिक वार्ता का हिस्सा हैं। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा हुई। असीम मुनीर की चीन यात्रा और सैन्य परेड में भागीदारी पाकिस्तान और चीन के बीच सामरिक संबंधों की गहराई को दर्शाती है। जानें इस कूटनीतिक घटनाक्रम के पीछे के कारण और भारत के लिए इसके क्या मायने हैं।
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चीन में पाकिस्तानी नेताओं की गतिविधियाँ

चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन के बाद पाकिस्तानी नेताओं की गतिविधियाँ अचानक बढ़ गई हैं। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की यात्रा को कूटनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जबकि सेना प्रमुख असीम मुनीर की उपस्थिति ने इसे सामरिक महत्व प्रदान किया है। मंगलवार को, प्रधानमंत्री शरीफ ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की, जिसमें असीम मुनीर भी शामिल थे। इस उच्चस्तरीय वार्ता में डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार भी उपस्थित रहे। यह मुलाकात उस सम्मेलन के तुरंत बाद हुई जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे।


सूत्रों के अनुसार, असीम मुनीर बुधवार को चीन की सैन्य परेड में भाग लेंगे, जो जापान पर जीत की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है। इस परेड में चीन अपनी आधुनिक सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा, जिसमें हवाई रक्षा, मिसाइल तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध शामिल हैं। मुनीर का इस परेड में शामिल होना महत्वपूर्ण है क्योंकि पाकिस्तान की अधिकांश सैन्य आपूर्ति चीन से आती है।


यह असीम मुनीर की चीन की दूसरी यात्रा है, जब उन्हें फील्ड मार्शल की पदवी मिली थी। जुलाई में, वह बीजिंग गए थे और वहां उपराष्ट्रपति हान झेंग से मिले थे। इस बार, वह सीधे राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ बैठे, जो चीन और पाकिस्तान के बीच रणनीतिक संबंधों की गहराई को दर्शाता है।


उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने बताया कि तीनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता भी बातचीत के मुख्य विषय रहे। चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) और मुक्त व्यापार समझौते के उन्नत संस्करणों पर तेजी से काम होना चाहिए।


SCO सम्मेलन में जारी संयुक्त बयान में पहलगाम आतंकी हमले का उल्लेख किया गया था, जो भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक उपलब्धि मानी जा रही है। ऐसे में पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं का चीन में सक्रिय होना कई सवाल उठाता है।