चेतेश्वर पुजारा के संन्यास पर क्रिकेट जगत की भावनाएं

पुजारा का संन्यास: क्रिकेट प्रेमियों का दुख
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के 'दीवार' के नाम से मशहूर चेतेश्वर पुजारा ने जब सभी प्रारूपों से क्रिकेट छोड़ने का निर्णय लिया, तो यह खबर सुनकर न केवल उनके प्रशंसक, बल्कि साथी खिलाड़ियों के दिल भी भर आए। पुजारा के इस निर्णय के बाद, कई पूर्व क्रिकेटरों और दिग्गजों ने उन्हें भावुक संदेश भेजकर उनके अद्भुत करियर को याद किया। इनमें गौतम गंभीर और जयदेव उनादकट के संदेश विशेष रूप से प्रभावित करने वाले थे।गौतम गंभीर ने पुजारा को 'असली योद्धा' करार देते हुए उनकी उस विशेषता की प्रशंसा की, जिसमें उन्होंने कठिनाइयों के बीच भी उम्मीद नहीं छोड़ी। गंभीर ने कहा कि पुजारा की यह अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प उनकी लंबी और सफल टेस्ट यात्रा का प्रतीक है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, "Pujji, आपने तब भी हिम्मत नहीं हारी जब तूफान अपने चरम पर था, और जब उम्मीदें खत्म हो रही थीं, तब भी आपने लड़ाई जारी रखी। आपकी उपलब्धियों पर हमें बहुत गर्व है।"
वहीं, जयदेव उनादकट ने पुजारा के लिए एक भावुक संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने अपने सीनियर और साथी के रूप में उनके योगदान को याद किया। उनादकट ने बताया कि कैसे पुजारा ने 2010 में KKR ट्रायल के लिए उन्हें प्रेरित किया, जिससे उन्हें अपना पहला IPL कॉन्ट्रैक्ट मिला। उन्होंने लिखा, "चेतेश्वर, आज जब आप अपने शानदार करियर को समाप्त कर रहे हैं, तो मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं, भले ही थोड़ा भावुक भी। आपको अपना सीनियर, फिर सहकर्मी और अंत में भाई कहना मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है! आपकी खेल के प्रति लगन और दृढ़ संकल्प पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।"
पुजारा के संन्यास के साथ भारतीय क्रिकेट के एक युग का समापन हो गया है, लेकिन उनकी खेल भावना और दिखाए गए मार्गदर्शन हमेशा युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।