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छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला: पुलिस ने पास्टर समेत 8 लोगों को किया गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक प्रार्थना सभा के दौरान धर्मांतरण का मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस ने पास्टर समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि गरीब और बीमार लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए फुसलाया जा रहा था। इस घटना ने धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक महिला ने अपने पति पर जबरन धर्मांतरण का आरोप भी लगाया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला: पुलिस ने पास्टर समेत 8 लोगों को किया गिरफ्तार

धर्मांतरण का सनसनीखेज मामला

छत्तीसगढ़ समाचार: बालोद जिले से 7 सितंबर को एक चौंकाने वाला धर्मांतरण मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, गुंडरदेही-धमतरी रोड पर एक घर में ईसाई प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। इस सभा के माध्यम से हिंदुओं को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था।


जैसे ही यह सूचना मिली, हिंदू संगठनों के सदस्य मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पूछताछ के बाद, पुलिस ने पास्टर सहित 8 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया।


हिंदू संगठनों का आरोप है कि इस प्रार्थना सभा के जरिए लगभग 40-50 हिंदुओं को ईसाई धर्म अपनाने के लिए लुभाया जा रहा था। जैसे ही यह खबर फैली, संगठन के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और पुलिस से तीखी बहस की। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 22 लोगों को थाने ले जाकर पूछताछ की और मुख्य आरोपी पास्टर समेत 8 लोगों को जेल भेज दिया।


गरीब और बीमार लोगों को बनाया गया निशाना

गरीब और बीमार लोग बने टारगेट


विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जिलाध्यक्ष बलराम गुप्ता ने इस घटना को एक 'धर्मांतरण रैकेट' बताया है। उनका कहना है कि गरीब और बीमार हिंदुओं को चमत्कार दिखाकर और आर्थिक सहायता का झांसा देकर फंसाया जाता है। जिस घर में यह सभा आयोजित की गई थी, वहां पादरी के बैठने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी ताकि लोग प्रभावित हों। गुप्ता ने पुलिस से मांग की है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाए, अन्यथा संगठन बड़ा आंदोलन करेगा।


महिला ने पति पर धर्मांतरण का आरोप लगाया

महिला ने पति पर लगाया जबरन धर्मांतरण का आरोप


इस बीच, एक और मामला सामने आया है। सिविल लाइन क्षेत्र के भारतीय नगर की एक महिला अपने बेटे के साथ थाने पहुंची और अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। महिला का आरोप है कि उसका पति उसे और पूरे परिवार को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर रहा है। इसके अलावा, वह घर पर ईसाई तरीके से प्रार्थना करने का दबाव भी डालता है।


महिला ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर गंभीर सवाल उठाती है। अब देखना होगा कि पुलिस इस रैकेट की परतें कब तक खोल पाती है।