छांगुर बाबा मामले में एटीएस की कार्रवाई: अवैध धर्मांतरण का खुलासा

छांगुर बाबा केस की ताजा जानकारी
छांगुर बाबा केस की ताजा जानकारी: एटीएस ने छांगुर बाबा के सहयोगी नवीन रोहरा के सात बैंक खातों की जानकारी ईडी के साथ साझा की है। बलरामपुर से गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के चार करीबी पूर्वांचल के जिलों में अवैध धर्मांतरण का कार्य करते थे। ये दरगाह पर त्रिशूल लेकर कव्वाली गाकर धर्मांतरण का काम करते थे। इनके खिलाफ आजमगढ़ में दो साल पहले अवैध धर्मांतरण का मामला दर्ज किया गया था। इस बीच, एक और जानकारी सामने आई है कि छांगुर गिरोह हिंदू धर्म की आलोचना करता था, जबकि कुछ मुस्लिम धर्म का गुणगान करते थे।
एसटीएफ द्वारा खुलासा
एसटीएफ द्वारा खुलासा
एसटीएफ ने छांगुर की गतिविधियों का खुलासा करते हुए चारों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए थे। इसके बाद एसटीएफ ने एटीएस थाने में मामला दर्ज कराया। आजमगढ़ के देवगांव थाने में 25 मई 2023 को अवैध धर्मांतरण का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें 18 लोगों को नामजद किया गया था। इनमें छांगुर के करीबी बलरामपुर निवासी मोहम्मद सबरोज़, राशिद, शहाबुद्दीन और गोंडा निवासी रमजान शामिल थे। इसके अलावा, आजमगढ़ निवासी अवधेश सरोज उर्फ वकील, उषा देवी, पन्ना लाल गुप्ता, सिकंदर, हसीना, कुंदन बेनवंशी, आकाश सरोज, मऊ निवासी मोहम्मद जावेद, परवेज आलम, इरफान अहमद, साबिर अली, जावेद अहमद और जौनपुर निवासी फैयाज को भी नामजद किया गया था।
धर्मांतरण की प्रक्रिया
धर्मांतरण की प्रक्रिया
आजमगढ़ के देवगांव क्षेत्र के चिरकीहित गांव में अवैध धर्मांतरण की सूचना मिली थी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो कई लोग एक मजार पर त्रिशूल लगाकर, उस पर फूल-मालाएं चढ़ाकर, कव्वाली गाते और भाषण देते हुए पाए गए। वे मुस्लिम धर्म का गुणगान कर रहे थे और हिंदू धर्म की मान्यताओं को झूठा बता रहे थे। जांच में पता चला कि हिंदुओं को प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण कराया जा रहा था। पुलिस ने सभी 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन पूछताछ के दौरान वे छांगुर तक नहीं पहुंच पाए। अब गिरफ्तारी की गई है।