छात्र राजनीति में अपराध का अंधेरा: मनोजित मिश्रा की गिरफ्तारी
मनोजित मिश्रा, जो कभी छात्र राजनीति में एक प्रभावशाली चेहरा था, अब एक गंभीर बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। उसकी गिरफ्तारी ने कोलकाता के शैक्षणिक संस्थानों में उसके आतंक और दबदबे की कहानी को फिर से जीवित कर दिया है। यह मामला छात्र राजनीति में आपराधिक तत्वों के प्रवेश और छात्रों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
Jun 30, 2025, 17:17 IST
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मनोजित मिश्रा की गिरफ्तारी का मामला
मनोजित मिश्रा, जो कभी छात्र राजनीति में एक प्रमुख नाम था, अब एक गंभीर बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। उसकी गिरफ्तारी ने कोलकाता के शैक्षणिक संस्थानों में उसके आतंक और प्रभाव की कहानी को फिर से जीवित कर दिया है। यह घटना उसके छात्र नेता से एक अपराधी बनने के 'भयानक' सफर को दर्शाती है, जिसमें उसका दबदबा डर और आतंक पर आधारित था।मनोजित मिश्रा, आलिया विश्वविद्यालय में तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) का एक प्रमुख चेहरा था। छात्र समुदाय में उसकी पहचान न केवल उसके संगठनात्मक कौशल से थी, बल्कि उसकी दबंगई और धमकियों के लिए भी जानी जाती थी। जो छात्र उसके खिलाफ खड़े होते थे, उन्हें गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ता था।
उस पर न केवल मारपीट और रंगदारी के आरोप थे, बल्कि जमीन हड़पने और कॉलेज में दाखिले के घोटालों में भी उसकी संलिप्तता रही है। अतीत में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हुए, लेकिन उसके राजनीतिक संपर्कों के चलते वह अक्सर कानून से बच निकलता था।
हाल ही में एक गैंगरेप के मामले में उसकी गिरफ्तारी ने उसके साम्राज्य का अंत कर दिया है। पुलिस ने उसे इस जघन्य अपराध के सिलसिले में गिरफ्तार किया है, जो उसकी हिंसक प्रवृत्तियों को उजागर करता है। यह गिरफ्तारी उन सभी के लिए न्याय की उम्मीद जगाती है, जो वर्षों से उसके आतंक का शिकार रहे हैं।
मनोजित मिश्रा की कहानी यह दर्शाती है कि छात्र राजनीति में आपराधिक तत्वों का प्रवेश समाज और युवा पीढ़ी के लिए कितना खतरनाक हो सकता है। यह मामला कानून-व्यवस्था और शिक्षण संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है, और उम्मीद है कि पीड़ितों को न्याय मिलेगा और ऐसे 'कैंपस किंग' का राज हमेशा के लिए समाप्त होगा।