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जगंशेर सिंह का प्रेरणादायक रिटायरमेंट सफर: बेलदार से कार्यकारी अभियंता तक

जगंशेर सिंह, जो नगर निगम के कार्यकारी अभियंता के रूप में कार्यरत थे, ने हाल ही में रिटायरमेंट लिया। उनके विदाई समारोह में मेयर और अन्य अधिकारियों ने उनके योगदान की सराहना की। जंगशेर सिंह ने अपने करियर की शुरुआत बेलदार के रूप में की थी और धीरे-धीरे उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। रिटायरमेंट के बाद भी, उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखने का संकल्प लिया है। उनका यह सफर निश्चित रूप से प्रेरणादायक है।
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जगंशेर सिंह का प्रेरणादायक रिटायरमेंट सफर: बेलदार से कार्यकारी अभियंता तक

जगंशेर सिंह का विदाई समारोह


(चंडीगढ़ समाचार) चंडीगढ़। नगर निगम के कार्यकारी अभियंता जगंशेर सिंह ने वीरवार को अपने कार्यकाल का समापन किया। उनके अंतिम दिन पर मेयर, मुख्य अभियंता और आयुक्त ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके योगदान की सराहना की। रिटायरमेंट के अवसर पर, जंगशेर सिंह ने कहा कि भले ही वह अब सेवानिवृत्त हो गए हैं, लेकिन शहर की हरियाली और पर्यावरण के प्रति उनका समर्पण जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी व्यक्ति उनसे पेड़-पौधों और हरियाली से संबंधित सुझाव ले सकता है। उल्लेखनीय है कि कार्यकारी अभियंता जंगशेर सिंह ने शहर में कई नई ग्रीन बेल्टों का विकास किया है।


बेलदार से एक्सईएन बनने का प्रेरणादायक सफर

जगंशेर सिंह का करियर संघर्ष और समर्पण की एक अद्भुत कहानी है। उन्होंने 1984 में प्रशासन के हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट में डेलीवेज बेलदार के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। जून 1987 में उन्हें वर्कचार्ज माली का पद मिला और फिर पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से हार्टिकल्चर सुपरवाइजर का डिप्लोमा प्राप्त किया। 1991 में उन्हें हेड माली के पद पर पदोन्नति मिली। इसके बाद, नवंबर 1994 में वह हार्टिकल्चर सुपरवाइजर बने। जब नगर निगम का गठन हुआ, तो वह प्रशासन से डेपुटेशन पर एमसी में शामिल हुए और यहीं पर उन्होंने कार्य किया।


एमसी में रहते हुए, अक्टूबर 2005 में उन्हें जेई के पद पर प्रमोशन मिला। अगस्त 2013 में उन्हें यूपी मंडल अधिकारी हॉर्टिकल्चर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया और फरवरी 2014 में वे रेगुलर उप मंडल अधिकारी बन गए। निगम में हॉर्टिकल्चर सर्किल बनने पर दो डिविजन बनाए गए, और नवंबर 2019 में उन्हें एक्सईएन का अतिरिक्त कार्यभार मिला। अंततः 23 अगस्त को वह रेगुलर कार्यकारी अभियंता बने।


शहर के लिए समर्पित रहेंगे

रिटायरमेंट के बाद भी, जंगशेर सिंह ने शहर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने के लिए वे हमेशा तत्पर रहेंगे। उनका यह समर्पण निश्चित रूप से शहरवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।