जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद के विकास

अनुच्छेद 370 का महत्व
Jammu-Kashmir Article 370: लगभग 6 साल पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया था। इस निर्णय के बाद लाल चौक पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है। यह अनुच्छेद जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार प्रदान करता था। पिछले 6 वर्षों में, जम्मू-कश्मीर में कई विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जिनमें सबसे प्रमुख चिनाब ब्रिज है, जिसकी ऊंचाई एफिल टावर से भी अधिक है। इसके अलावा, कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में सुधार और आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है। आइए जानते हैं कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद और क्या बदलाव हुए हैं।
आर्टिकल 370 क्या है?
आर्टिकल 370 कुछ विशेष अधिकार प्रदान करता है, जिसके तहत किसी राज्य में सभी कानून सीधे लागू नहीं किए जा सकते। जम्मू-कश्मीर के स्थायी निवासी ही वहां भूमि खरीदने और नौकरी के लिए पात्र थे। इस अनुच्छेद को 2019 में आज ही के दिन समाप्त करने की घोषणा की गई थी।
विकास की उपलब्धियां
अनुच्छेद 370 के हटने के बाद, चिनाब ब्रिज ने काफी ध्यान आकर्षित किया है। इसकी ऊंचाई 359 मीटर है, जो एफिल टावर से अधिक है। इसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह भूकंप और तेज हवाओं का सामना कर सके। इसके साथ ही, ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया, जिससे जम्मू-कश्मीर अन्य राज्यों से जुड़ गया है।
पर्यटन और रोजगार में वृद्धि
370 के हटने के बाद, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है, जिसके परिणामस्वरूप 2023 में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस वर्ष 2 करोड़ से अधिक लोग जम्मू-कश्मीर आए, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है। इससे रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हुए हैं, जैसे कि होटल और टूर गाइड के रूप में काम करने के अवसर।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति
जम्मू-कश्मीर में AIIMS, IIT और IIM जैसे प्रमुख संस्थान खोले गए हैं। नए मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज भी स्थापित किए गए हैं। ऐसे क्षेत्रों में जहां इंटरनेट की पहुंच नहीं थी, वहां सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा, कई नई सड़कें, पार्क और प्रकाश व्यवस्था का विकास किया जा रहा है।